सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल और तीन साल के लिए बढ़ाकर दिसंबर 2024 तक कर दिया है. दास को 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल की अवधि के लिए आरबीआई का 25वां गवर्नर नियुक्त किया गया था.

28 नवंबर को जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि सरकार ने दास को 10 दिसंबर, 2021 से आगे तीन साल की अवधि के लिए केंद्रीय बैंक के गवर्नर के रूप में फिर से नियुक्त किया है.

यह भी पढ़ेंः LPG Cylinder Price Hike: इस दिवाली पकवान बनाना पड़ेगा महंगा, बढ़ने वाले हैं सिलेंडर के दाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने यह फैसला लिया है. तीन साल के दूसरे कार्यकाल के साथ दास दिसंबर 2024 तक आरबीआई के प्रमुख होंगे. 

आदेश में कहा गया है, “मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने श्री शक्तिकांत दास IAS सेवानिवृत्त (TN:80) को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में 10.12.2021 से आगे तीन साल की अवधि के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के रूप में पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी है.”

यह भी पढ़ेंः LPG Cylinder की बुकिंग पर 2700 रुपये का कैशबैक कहां और कैसे मिलेगा, जानें

2014 में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद तमिलनाडु कैडर के IAS दास विस्तार पाने वाले पहले आरबीआई गवर्नर हैं. रघुराम राजन को 2016 में विस्तार से वंचित कर दिया गया था, जबकि उर्जित पटेल ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद छोड़ दिया था.

1980 बैच के अधिकारी दास ने COVID-19 अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके नेतृत्व में आरबीआई ने अभूतपूर्व संकट के दौरान वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और विकास को आगे बढ़ाने के लिए 100 से अधिक उपायों की घोषणा की.

यह भी पढ़ेंः IPL 2022: अगले सीजन की रिटेंशन पॉलिसी के बारे में नहीं समझ पाए हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है

2015 से 2017 तक आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में अपने पहले के कार्यकाल में दास ने केंद्रीय बैंक के साथ मिलकर काम किया और 2016 के अंत में उच्च मूल्य के नोटों के विमुद्रीकरण का निरीक्षण किया था. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें भारत का जी20 शेरपा नामित किया गया और उन्हें 15वें वित्त आयोग के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया.