हमारा देश एक विशाल आबादी वाला देश है. यहां रोजाना बहुत अधिक मात्रा में लोग ट्रेनों से सफर करते हैं. भारतीय रेल हमेशा अपने यात्रियों की सेवा में लगी रहती है और उनकी कोशिश यही रहती है कि यात्रियों को टिकट के अनुसार सभी सुविधाएं दी जाएं. हमारे यहां सवारी गाड़ी, मालगाड़ी, एक्सप्रेस, सुपर एक्सप्रेस और न जाने कितने प्रकार की ट्रेने दौड़ती हुई नजर आती है. इन ट्रेनों में भी सब कैटेगरी होती है जैसे कोई डेमू में है तो कोई ईएमयू में लेकिन हम अपने इस लेख में आपको उन ट्रेनों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. उनका किराया इतना अधिक है कि एक आम इंसान की कई सालों की मेहनत उसमें चली जाएगी.

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चलिए सबसे पहले हम बात करेंगे भारत की उन पांच लग्जरी ट्रेनों के बारे में जिनका बोलबाला पूरे विश्व में है. इन पांच ट्रेनों में महाराजा एक्सप्रेस, पैलेस ऑन व्हील्स, दि डेक्कन ओडिशी, गोल्डन चेरिअट और रॉयल ओरियंट ट्रेन का नाम शामिल है. अपने इस लेख में हम बात करेंगे पैलेस ऑन व्हील्स (Palace On Wheels) के बारे में और आपको बताएंगे कि क्यो उसे पटरी पर दौड़ने वाला महल बोला जाता है.

कब हुई Palace On Wheels की शुरुआत

पैलेस ऑन व्हील्स भारत की पहली लग्जरी ट्रेन है. इसकी शुरुआत 26 जनवरी 1982 को की गई थी. यह राजस्थान की सबसे नामी ट्रेन है जो दिल्ली से यात्रियों को लेकर राजस्थान के अलग-अलग किलो महलों वाले स्थानों की सैर कराती है. इस ट्रेन में कुल 39 डीलक्स केबिन और 2 सुपर डीलक्स केबिन है. इन डीलक्स केबिन में एक बार में 82 यात्री सफर कर सकते हैं. हर केबिन के साथ वॉशरूम की सुविधा दी गई है. हर केबिन का नामकरण राजस्थान के महल और किले के नाम पर रखा गया है.

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लग्जरी ट्रेनों का सिरमौर

हमारे देश में जितने भी लग्जरी ट्रेनें हैं उनमें पैलेस ऑन व्हील्स को सिरमौर माना गया है. लग्जरी ट्रेनों में सबसे पहले पैलेस ऑन व्हील्स की शुरुआत हुई थी. इस ट्रेन में ऐसे कोच लगे हैं जिसका इस्तेमाल कभी हैदराबाद के निजाम, राजपूताना रजवाड़े के शासक और ब्रिटिश वायसरॉय किया करते थे. इस ट्रेन के कोचों को बड़े ही शान-ओ-शौकत के अंदाज से सजाया गया है. भारत में जितनी भी महंगी ट्रेनें हैं उन सभी में सबसे ऊपर का स्थान पैलेस ऑन व्हील्स के नाम पर दर्ज है. अगर हम बात करें दुनिया की लग्जरी ट्रेनों में तो इसका स्थान चौथे नंबर पर शुमार है.

इस ट्रेन के रूट के बारे में जानकारी (Palace on Wheels route)

यह ट्रेन राजधानी दिल्ली से राजस्थान के लिए रवाना होती है. राजस्थान में जितने भी खूबसूरत किले, खूबसूरत जगहें सभी का मनोहारी दर्शन यह ट्रेन कराती है. शुरू में यह ट्रेन दिल्ली से जयपुर, जयपुर से सवाई माधोपुर, सवाई माधोपुर से चित्तौड़गढ़, चित्तौड़गढ़ से उदयपुर, उदयपुर से जोधपुर, जोधपुर से जैसलमेर, जैसलमेर से भरतपुर, भरतपुर से आगरा और अंत में आगरा से दिल्ली तक का सफर तय करती है.

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यात्री कहां क्या देख सकते हैं

दिल्ली – इंडिया गेट, कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, लोटस टेंपल

जयपुर – आमेर फोर्ट, हवा महल, जंतर मंतर, सिटी पैलेस

सवाई माधोपुर और चित्तौड़गढ़ – चित्तौड़गढ़ किला, रणथंभौर राष्ट्रीय पार्क

उदयपुर – पिछोला झील, जग निवास

जैसलमेर – येलो सैंडस्टोन फोर्ट, एशियंट मैंसन

जोधपुर – ग्रैंड पैलेसेस, मेहरानगढ़ किला, जोधपुर में शॉपिंग टूर

भरतपुर – केवलादेव घना राष्ट्रीय पार्क

आगरा – ताजमहल, फतेहपुर सीकरी

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ट्रेन के किराए के बारे में जानकारी (Palace on wheels package)

7 नाइट्स डीलक्स केबिन सिंगल ऑक्युपेंसी (केवल एक यात्री के लिए) – 5,23,600 रुपये

7 नाइट्स सुपर डीलक्स केबिन – 9,42,480 रुपये

भारतीय यात्रियों के लिए – 2,10,000 प्लस 4.5% सर्विस टैक्स (शुरुआती किराया)

अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए – 3500 अमेरिकी डॉलर प्लस 4.5% सर्विस चार्ज (शुरुआती किराया)

Palace on Wheels ट्रेन में सफर करने के दौरान यात्रियों को वेज और नॉनवेज दोनों तरह के खाने की सुविधा दी जाती है. इसी के साथ यात्री इंडियन, चाइनीस और अन्य कैटेगरी की चीजों का स्वाद भी ले सकते हैं.

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