केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को पास कराया था जिसके विरोध में किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया था. इस प्रदर्शन को लगभग 1 साल होने वाले हैं और ऐसे मौके पर किसान संगठनों ने सोमवार यानी 27 सिंतबर को भारत बंद बुलाया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बंद के दौरान पूर्णरूप से शांति की अपील की है और सभी भारतीयों से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह भी किया है. इसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और विपक्ष दल की पार्टियां शामिल हो सकती हैं. हालांकि सभी ने ट्वीट के जरिए इस बात का समर्थन किया है.

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इस विषय में एसकेएम ने बताया, ’27 सितंबर, 202 को राष्ट्रपति राम नाम कोविंद ने तीन किसान विरोध कानूनों को मंजबूरी दी थी और इसे लागू किया था. सोमवार को देश में सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद मनाया जाएगा.’ इस बयान के आगे उन्होंने कहा, ‘किसान यूनियन ने ट्रेड यूनियनों सहित, ये बताया है कि इस योजना को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा किया जाएगा.’ 27 सितंबर को भारत बंद का कंग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीडीपी, बीएसपी, लेफ्ट दल सहित कई पार्टियों ने समर्थन किया है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘किसान संगठनों ने भारत बंद बुलाया है जिसका कांग्रेस और सभी कार्यकर्ता इसका भरपूर समर्थन करती है.’

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी किसानों के इस भारत बंद का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा, ‘केन्द्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत व दुःखी देश के किसान इनकी वापसी की माँग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में तीव्र आन्दोलित हैं व कल ’भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसके शान्तिपूर्ण आयोजन को बीएसपी का समर्थन.’

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पुलिस ने किये हैं सुरक्षा के इंतजाम

खबर है कि नई दिल्ली इलाके में पीएम हाउस, HM हाउस, बीजेपी सांसदों के घरों के बाहर काले झंडे और पुतले फूंके जाएंगे. रामलीला ग्राउंड, किसान घाट, राजघाट, लालकिले पर प्रदर्शनकारी जमा हो सकते हैं ऐसी कई खबरें सामने आ रही हैं. इसको देखते हुए पूरी दिल्ली में पुलिस की हाई कमेटी बैठक हुई जिसमें सुरक्षा के इंतजाम किए गए. सुरक्षा बलों का भी सहारा लिया जा सकता है. प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए वॉटर कैनन, बैरिकेड और दंगा रोधी उपकरणों का भी इंतजाम कर लिया गया है.

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