मानसून (Monsoon) का इंतजार लोग बेसब्री से कर रहे हैं. चिलचिलाती गर्मी से लोग परेशान है हालांकि, स्कूलों में गर्मी छुट्टियां हो गई है. लेकिन गर्मी इतनी है कि घर और बाहर कहीं भी राहत नहीं है. वहीं, किसानों को भी मानसून का बेसब्री से इंतजार है. क्योंकि, मानसून के बिना उनकी फसल की बुआई शुरू नहीं हो सकती है. बारिश होने से धान, मक्का, कपास, सोयाबीन, गन्ना और मूंगफली की फसल बोने में आसानी होगी.

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इस बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर अपडेट दिया है. जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून से मध्य और उत्तर भारत में मॉनसून आ जाएगा और बारिश शुरू हो जाएगी. IMD की ओर से कहा गया है कि, भविष्यवाणी में किए गए परिवर्तन के मुताबिक 15 जून से बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं.

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बता दें कि 29 मई को मॉनसून केरल पहुंच गया था. इस बार तय समय से दो दिन पहले ही मॉनसून पहुंच गया. हालांकि 1 जून तक बारिश औसत से कम हुई. मौसम विभाग औसत या सामान्य वर्षा का आंकड़ा 50 साल के एवरेज के हिसाब से पेश करता है. 96 से 104 फीसदी तक की वर्षा को सामान्य माना जाता है. पूरी बरसात में 87 सेमी की वर्षा को सामान्य माना जाता है.

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पश्चिमी हवाओं के चलते कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप में अगले पांच दिनों में गरज चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है. कर्नाटक में बुधवार से शनिवार तक भारी बारिश की संभावना है.

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मौसम विभाग के मुताबिक आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, दक्षिणी पश्चिमी बंगाल, मेघालय, सिक्किम और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में अच्छी वर्षा हुई है.