महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने गुरुवार (30 जून) को राज्य के नए सीएम के रूप में शपथ ले ली हैं. वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. इसके बाद राज्य में सरकार के कामकाज की गतिविधियां भी तेज हो गई हैं. स्पीकर और विश्वास मत के चुनाव के लिए 2 और 3 जुलाई को महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र बुलाया गया है. इस विशेष सत्र में पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा.

यह भी पढ़ें: एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर लगाई बाल ठाकरे के साथ फोटो, देना चाहते हैं ये संदेश

शिंदे गुट के दीपक केसरकर ने जताई खुशी

एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर पार्टी के दीपक केसरकर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, “सपना पूरा हो रहा है. आज खुशी का दिन है. भारतीय जनता पार्टी ने जो निर्णय लिया है. लेकिन देवेंद्र फडणवीस साहब ने उससे भी बड़ा दिल दिखाया है. अपनी पार्टी के बड़े नेताओं की बात पर उन्होंने ने जिम्मेदारी को स्वीकार किया है. उनके शासनकाल में कई सारे बड़े प्रोजेक्ट शुरू हुए”. उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली के साथ उनके रिश्ते बढ़िया हैं. ऐसे में शिंदे साहब को भी उनकी भरपूर साहयता मिलेगी और कोआर्डिनेशन बहुत अच्छा होगा. भाजपा ने बढ़िया निर्णय लिया है”.

यह भी पढ़ें: संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से, राहुल गांधी के मुद्दे पर होगा हंगामा

एकनाथ शिंदे का जीवन

एकनाथ शिंदे का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था. 9 फरवरी 1964 एकनाथ शिंदे का जन्म सतारा जिले में हुआ था जो मराठी समुदाय के पहाड़ी जवाली तालुका से हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी शुरुआती पढ़ाई मंगला हाईस्कूल और जूनियर कॉलेज में हुई. गरीबी के कारण वह 11वीं तक की पढ़ाई की और फिर वह ऑटो रिक्शा चलाना शुरू कर दिया. हालांकि, जब उन्होंने सियासी सफर शुरु किया और जब महाराष्ट्र के मंत्री बने तो उन्होंने फिर से अपनी पढ़ाई शुरू की. उन्होंने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की और वाशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र से मराठी और राजनीति विषयों में बीए किया. यानी कि एकनाथ शिंदे ने ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की.

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी और अमित शाह का सिर कलम करने की धमकी देनेवाला कौन है

एकनाथ शिंदे की शादी लता एकनाथ शिंदे से हुई है जो एक बिजनेस वुमेन हैं. उनका एक बेटा भी है, जिसका नाम श्रीकांत शिंदे है. वह शिवसेना की टिकट पर कल्याण लोकसभा सीट से सांसद है.

यह भी पढ़ें: एकनाथ शिंदे पर शरद पवार बोले, बधाई इतने MLA को गुवाहाटी ले जाने की ताकत दिखाई

80 के दशक में उन्होंने एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में शिवसेना से जुड़े. यहीं से एकनाथ शिंदे का सियासी सफर शुरू हो गया.बताया जाता है कि एकनाथ शिंदे ने अपनी पकड़ इतनी मजबूत कर ली कि, ठाणे जिले में उनका प्रभाव खूब चलता है. चुनाव में एकनाथ शिंदे का साथ जरूरी माना जाता है. हालांकि, शिंदे ने ठाने के प्रभावशाली नेता आनंद दीघे की उंगली पकड़कर आगे बढ़े.

यह भी पढ़ें: देवेंद्र फडणवीस ढाई साल पहले ये समझौता क्यों नहीं किया, क्या है एकनाथ के पीछे की रणनीति

जब साल 2000 में आनंद दीघे का निधन हो गया तो एकनाथ शिंदे ठाणे में आगे बढ़े. वहीं, नारायण राणे के शिवसेना छोड़ने के बाद एकनाथ शिंदे का कद और भी बढ़ गया. 2004 में पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2009, 2014 और 2019 में वह लगातार विधानसभा के सदस्य बने.