जम्मू के एक परिवार के छह सदस्य बुधवार (17 अगस्त) को अपने घर पर संदिग्ध परिस्थिति में मृत पाए गए. न्यूज एजेंसी PTI ने पुलिस के हवाले से बताया, मृतकों की पहचान सकीना बेगम, उनकी दो बेटियों नसीमा अख्तर और रुबीना बानो, बेटे जफर सलीम और दो रिश्तेदारों नूर उल हबीब और सजाद अहमद के रूप में हुई है.

ये घटना जम्मू के सिधरा इलाके की है. छह शव दो घरों से बरामद किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि शवों को सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है. 

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जम्मू के जिला पुलिस प्रमुख एसएसपी चंदन कोहली ने कहा, “प्रथम दृष्टया यह जहर देने का मामला प्रतीत होता है, हालांकि यह पता लगाना है कि यह जबरन जहर देने का मामला है या नहीं.” 

एसएसपी ने कहा, “मंगलवार को रात करीब 10 बजे पुलिस को एक महिला का फोन आया. उसने हमें बताया कि सिद्धरा में उसका भाई नूर-उल-हबीब उसका फोन नहीं उठा रहा था और उसे आशंका थी कि उसने आत्महत्या कर ली होगी.” पुलिस मौके पर पहुंची तो घर के दरवाजे अंदर से टूटे हुए मिले. घर से भी दुर्गंध आ रही थी. 

एसएसपी चंदन कोहली ने बताया, “सिविल गवाहों (तवी विहार कॉलोनी सिधरा के स्थानीय लोगों) की मौजूदगी में घर के दरवाजे जबरन तोड़ दिए गए. हमें घर के अंदर चार लाशें मिलीं. एफएसएल विशेषज्ञों और फोटोग्राफरों की एक टीम को बुलाया गया था. पूछताछ शुरू कर दी गई है.”

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पुलिस अधिकारी ने बताया, “स्थानीय लोगों ने हमें सूचित किया कि चार शव नूर-उल-हबीब (55 वर्ष, श्रीनगर के बरजुल्ला के हबीबुल्ला के बेटे), सकीना बेगम (62 वर्ष, गुलाम हसन की विधवा) सज्जाद अहमद (17 वर्ष, फारूक अहमद मगरे के बेटे) और नसीमा अख्तर (40 वर्ष स्वर्गीय गुलाम हसन की बेटी) के थे.”

स्थानीय लोगों ने पुलिस को यह भी बताया कि तवी विहार में एक और घर है, जो चारों मृतकों में से एक का है. एसएसपी ने बताया कि पुलिस पार्टी ने वहां जाकर उस घर के दरवाजे खोले तो दो और शव मिले. मृतकों की पहचान गुलाम हुसैन की बेटी रुबीना बानो (32) और गुलाम हुसैन के बेटे जफर सलीम (28) के रूप में हुई है.