प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने सोमवार 30 मई 2022 को शाम को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को कोलकाता में स्थित एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ईडी (ED) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति पहले ही जब्त कर ली थी.

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आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय की जांच से पता चला है कि साल 2015-16 के दौरान जब सत्येंद्र जैन एक लोक सेवक थे और उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को कोलकाता स्थित कैश हस्तांतरण के खिलाफ शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रविष्टियां मिली.

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ऐसा बताया जा रहा है कि इस पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था.

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आम आदमी पार्टी से बीजेपी में गए कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ सत्येंद्र जैन पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जैन पर अधिकारियों के दुरुपयोग के भी कई आरोप लग चुके हैं. सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लीनिक के लिए सलाहकार नियुक्त किए जाने के मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था. ये मामला इतना बढ़ गया था कि इसकी जांच सीबीआई तक को दे दी गई थी.

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन पेशे से एक आर्किटेक्ट हैं. जैन को अरविंद केजरीवाल का काफी करीबी माना जाता है. यही वजह है कि केजरीवाल की छोटी कैबिनेट में सत्येंद्र जैन को काफी बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां मिली हुई थी. बता दें कि सत्येंद्र जैन ने अन्ना आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी जिसके बाद वह आम आदमी पार्टी से जुड़ गए थे.

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