देश में कोरोना संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है. अब यह फिर से डराने लगा है. वहीं, उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले आने शुरू हो गए हैं. इसके साथ ही हरिद्वार कुंभ पर भी कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. हरिद्वार में एक आश्रम में 32 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद प्रशासन ने सख्ती से नियमों का पालन करने का आदेश दिया है. वहीं, राज्य के मुख्य मंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि जिन लोगों के पास कोरोना वायरस निगेटिव रिपोर्ट है उन्हें ही कुंभ में आने की इजाजत दी जाए.

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हरिद्वार के एक आश्रम में 32 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने के बाद एक अप्रैल से कुंभ मेले के लिए संशोधित SOP जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक SOP का कराई से पालन करना होगा.

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आईजी संजय गुंजयाल ने कहा है कि, मैं सभी आश्रमों के संचालकों से कहना चाहता हूं कि आप सभी श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग कराएं। अगर किसी श्रद्धालु को सर्दी, बुखार जैसे लक्षण है, तो वे तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें.

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उन्होंने कहा, 1-30 अप्रैल तक, एसओपी का कड़ाई से पालन करना होगा. बाहरी लोगों के लिए प्रवेश बिंदुओं पर सत्यापित किए जाने वाले दस्तावेज़ जरूरी होगें. हालांकि उन्होंने कहा स्थानीय लोगों के लिए ऐसी कोई आवश्यकता नहीं है.

वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए RT-PCR टेस्ट और वैक्सीनेशन में तेज़ी लाई जाए. हरिद्वार कुंभ स्नानों के दृष्टिगत हरिद्वार में वैक्सीनेशन और RT-PCR टेस्ट के लिए विशेष अभियान चलाया जाए.

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उन्होंने कहा, जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे राज्यों के जिन स्थानों पर अधिक मामले मिल रहे हैं वहां से जो भी लोग उत्तराखंड आ रहे हैं, उनको कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाने पर ही प्रवेश दिया जाए.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में जिन स्थानों पर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उन स्थानों पर कंटेनमेंट और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं और टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए.

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