Andhra Pradesh new Capital: विशाखापत्तनम आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh new Capital) की नई राजधानी होगी. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार, 31 जनवरी को नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक गठबंधन की बैठक में यह घोषणा की.

सीएम रेड्डी ने कहा कि वह भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम शिफ्ट हो जाएंगे. उन्होंने आगे कहा “यहां मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित कर रहा हूं जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी होगी. आने वाले महीनों में मैं भी विशाखापत्तनम में स्थानांतरित हो जाऊंगा.”

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मुख्यमंत्री ने आगे घोषणा की कि राज्य सरकार 3 और 4 मार्च को विशाखापत्तनम में ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ आयोजित कर रही है. उन्होंने सभी को आंध्र प्रदेश की राजधानी और शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया और कहा “मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप न केवल वहां आएं बल्कि विदेशों में अपने सहयोगियों को हमसे मिलने और आने के लिए एक मजबूत और अच्छे शब्द भी दें. खुद देखिए, आंध्र प्रदेश राज्य में कारोबार करना कितना आसान है.”

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इससे पहले भी हो चुकी थी चर्चा

इससे पहले, साल 2020 में जगन मोहन रेड्डी सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए विधानसभा में एक कानून पारित किया था. इस कानून में आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियों की बात की गई थी. इसके अनुसार आंध्र प्रदेश की कार्यपालिका यानी सरकार विशाखापत्तनम से काम करेगी और राज्य की विधानसभा अमरावती में होगी और उच्च न्यायालय कुर्नूल में होगा.

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Andhra Pradesh की राजधानी अमरावती थी

साल 2014 में, तेलंगाना राज्य को आंध्र प्रदेश से अलग करके बनाया गया था. फिर आंध्र प्रदेश के पुनर्गठन में यह प्रावधान किया गया कि हैदराबाद 10 साल तक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों की राजधानी रहेगा. इसके बाद आंध्र प्रदेश में राजधानी के लिए जगह की तलाश शुरू हुई. अमरावती को तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने नई राजधानी के रूप में चुना था. 2015 में पीएम मोदी ने अमरावती की नई राजधानी के निर्माण की आधारशिला रखी थी. इसके बाद वहां तेजी से विकास कार्य शुरू हुए. लेकिन 2019 में राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ. रेड्डी सरकार ने एक नई समिति का गठन किया. उन्होंने तब संकेत दिया कि उनकी सरकार तीन राजधानियों के मॉडल पर विचार कर रही है.