दिल्ली (Delhi) शराब नीति विवाद हर दिन
गहराता जा रहा है और अब अन्ना हजारे (Anna Hazare) – जो लगभग एक दशक पहले भ्रष्टाचार विरोधी
योद्धा के रूप में प्रसिद्ध हुए थे, उन्होंने अब  अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को चिट्ठी लिखा है. दिल्ली के
मुख्यमंत्री को दो पन्नों के पत्र में लोकपाल आंदोलन की याद दिला दी गई है.

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आंदोलन की दिलाई याद 

चिट्ठी में अन्ना हज़ारे ने लिखा,
“दिल्ली सरकार से ऐसी नीति” की उम्मीद
नहीं थी, यह रेखांकित करते हुए कि आम आदमी पार्टी एक
विशाल आंदोलन से पैदा हुई थी. “ऐसा लगता है कि लोग पैसे और सत्ता के दुष्चक्र
में फंस गए हैं.”

“मुख्यमंत्री बनने के बाद, आप लोकपाल और लोकायुक्त के बारे में भूल गए हैं, जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के केंद्र में थे. आपने विधानसभा
में एक बार भी मजबूत लोकायुक्त बनाने की कोशिश नहीं की. अब आपकी सरकार ऐसी नीति
लाई है जो जीवन को बर्बाद कर देगी और महिलाओं को भी प्रभावित करेगी.

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सत्ता की लग गयी है लत 

अरविंद केजरीवाल की शराब नीति की
आलोचना करते हुए अन्ना हजारे ने लिखा, “ऐसा लगता है कि आप राजनीति में जाने और मुख्यमंत्री बनने के बाद आदर्श
विचारधारा को भूल गए हैं. इसी वजह से दिल्ली राज्य में ऐसी शराब नीति बनाई गई.
इससे शराब की बिक्री को बढ़ावा दिया गया है. गली में शराब की दुकानें खोली जाती
हैं, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है. यह बात जनता के हित में नहीं है. फिर भी आपने ऐसी शराब निति बनाने का
निर्णय लिया. इससे ऐसा लगता है की,
जिस तरह से शराब का नशा होता है, उसी
प्रकार सत्ता का भी नशा होता है. आप भी ऐसी सत्ता की नशा में डुब गए हो, ऐसा लग
रहा है”.