दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज 19 अगस्त को कहा कि उनके सहयोगी (मनीष सिसोदिया) के घर पर सीबीआई की छापेमारी उनकी सरकार के अच्छे प्रदर्शन के चलते हुई है जिसकी दुनिया भर में तारीफ हो रही है. उन्होंने कहा कि सीबीआई की छापेमारी में पहले भी कुछ नहीं निकला था और इस बार भी कुछ नहीं निकलेगा.

क्यों हुई छापेमारी

जांच एजेंसी सीबीआई ने आज दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के सिलसिले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित 21 जगहों पर छापेमारी की.

क्या बोले केजरीवाल?

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “जिस दिन अमेरिका के सबसे बड़े अख़बार NYT के फ़्रंट पेज पर दिल्ली शिक्षा मॉडल की तारीफ़ और मनीष सिसोदिया की तस्वीर छपी, उसी दिन मनीष के घर केंद्र ने CBI भेजी. CBI का स्वागत है. पूरा cooperate करेंगे. पहले भी कई जांच/रेड हुईं. कुछ नहीं निकला. अब भी कुछ नहीं निकलेगा.”

मनीष सिसोदिया को लेकर NYT ने क्या लिखा है

अमेरिका के ‘न्यू यॉर्क टाइम्स’ में ‘Our children are worth it’ शीर्षक वाले लेख को दिल्ली के पत्रकार करण दीप सिंह ने लिखा है. लेखक के न्यूयॉर्क टाइम बायो में बताया गया है कि उन्हें खोजी रिपोर्टिंग में 2020 के पुलित्जर पुरस्कार के लिए फाइनलिस्ट नामित किया गया था. साथ ही वह राष्ट्रीय एमी पुरस्कार के लिए भी नामित किए गए थे. 

यह भी पढ़ें: मनीष सिसोदिया के घर CBI रेड पर केजरीवाल ने कहा- ये हमारे अच्छे कामों को रोकना चाहते हैं

यह लेख दिल्ली की नई शिक्षा प्रणाली पर एक विस्तृत रिपोर्ट है. शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा आम आदमी पार्टी (AAP) के चुनाव अभियान का मुख्य आधार है. पार्टी का दावा है कि उसने शहर की खराब शिक्षा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में काफी सुधार किया है- एक चुनावी वादा जिसने पंजाब विधानसभा चुनावों में उनकी जीत में योगदान दिया.

लेख ने शिक्षा पर AAP के फोकस की सराहना की और इसके बुनियादी ढांचे को बेहतर करने की भी तारीफ की. रिपोर्टर ने लिखा है, “भारत में जहां लाखों परिवार गरीबी के चक्र को तोड़ने के लिए शिक्षा की ओर देखते हैं, वहीं पब्लिक स्कूलों में लंबे समय से जर्जर इमारतों, कुप्रबंधन, खराब शिक्षा और यहां तक कि खराब खाने की प्रतिष्ठा रही है.” इसमें एक स्कूल का भी उदाहरण दिया है. जो पहले लड़ाई-झगड़ों और खराब रिजल्ट के लिए जाना जाता था और अब वह उस स्कूल की आस पास के इलाके में काफी मांग है. 

यह भी पढ़ें: राजू श्रीवास्तव की तबीयत पर अफवाहों के बीच पत्नी शिखा ने दिया हेल्थ अपडेट

लेख में आगे कहा गया है, “केजरीवाल ने स्कूलों में बदलाव करने के लिए अरबों अतिरिक्त डॉलर लगाए हैं. इनमें से कुछ स्कूलों में हाल ही में पीने का पानी नहीं था या स्कूलों में सांप मिलने लगे थे. स्कूल सिस्टम ने माता-पिता, छात्रों और टीचर्स के साथ काम करते हुए नया पाठ्यक्रम तैयार करने और स्कूल के दिन-प्रतिदिन कार्यों में सुधार करने के लिए शीर्ष विशेषज्ञों और विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की.”

लेख में कहा गया, “तेलंगाना और तमिलनाडु सहित अन्य राज्य सरकारें अब दिल्ली मॉडल को अपनाने पर जोर दे रही हैं.”

मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर के ये दावा किया था कि अब मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने उस समय ये भी कहा था कि सिसोदिया पर अगस्त महीने तक कार्रवाई हो सकती है.

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: दही हांडी को मिला एडवेंचर स्पोर्ट्स का दर्जा, गोविंदाओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति को बनाने और लागू कराने में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है. तलाशी अभियान के दौरान सीबीआई की टीमों ने 21 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें सिसोदिया और एजीएमयूटी कैडर के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी पूर्व आबकारी आयुक्त कृष्णा सहित चार लोक सेवकों के परिसर शामिल हैं. दिल्ली एलजी वीके सक्सेना ने नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों को लेकर केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति 2021-22 की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी.