Sahara Refund Portal: सहारा रिफंड के लिए केंद्र सरकार ने अहम कदम उठाते हुए एक सहारा रिफंड पोर्टल (Sahara Refund Portal) लॉन्च किया है. जिसके जरिए सहारा निवेशकों के फंसे हुए पैसे वापस मिल सकेंगे. बता दें, देश के लाखों निवेशकों का पैसा सहारा इंडिया में फंसा है. लेकिन अब सरकार की इस पोर्टल से लोगों में उम्मीद आई है कि उन्हें पैसा वापस मिलेगा.

सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह ने इस पोर्टल को लॉन्च किया है. उन्होंने दावा किया है कि, इस जरिए सहारा के निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलेगा. उन्होंने कहा कि, निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. लोगों को पारदर्शिता के साथ उनके पैसे वापस लौटाए जाएंगे.

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Sahara Refund Portal कैसे काम करेगा

सहारा रिफंड पोर्टल से उन निवेशकों को पैसा वापस मिलेगा जिनके निवेश की मैच्योरिटी हो चुकी है. इसके लिए निवेशकों को पोर्टल पर नाम दर्ज कराना होगा. इसके बाद वेरिफिकेशन का काम होगा और रकम लौटाने की प्रक्रिया शुरू होगी. बताया जा रहा है 30 दिन के अंदर सहारा ग्रुप की समितियों द्वारा वेरिफाई का काम किया जाएगा. इसके बाद ऑनलाइन क्लेम दर्ज करने के 15 दिन के अंदर एसएमएस के जरिए निवेशकों को सूचित किया जाएगा. वहीं इसके बाद रकम बैंक अकाउंट में आएगी. यानी रिफंड का पूरा प्रोसेस करीब 45 दिनों का होगा.

हालांकि, सहारा में निवेश करने वालों को पता करना होगा कि उनके पैसे को किस को-ऑपरेटिव में लगाया गया है. इसके बाद उससे जुड़े सारे दस्तावेज जुटाने होंगे.

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सहारा के सभी निवेशकों को नहीं मिलेगा पैसा

जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा ग्रुप की सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के पास पैसे जमा करने वाले इंवेस्टर्स को राहत दिलाने के लिए सहकारिता मंत्रालाय ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर लाई थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5,000 करोड़ रुपये सीआरसीएस को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था.

सहारा इंडिया के निवेशकों का पैसा साल 2009 के बाद से फंसा है. जब सहारा हाउसिंग कॉपोरेशन लिमिटेड और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन ने अपना IPO लाने की पेशकश की. लेकिन IPO लाते ही गड़बड़ियां सामने आई और पता चला की सहारा ने गलत तरीके से 24 सौ करोड़ का फंड जुटाई थी.