Guru Pradosh Vrat 2023 Upay: इंसान की अगर शादीशुदा जिंदगी सुखद होती है तो उसका काम में भी मन लगता है. महिला हो या पुरुष शादीशुदा जीवन को सुखद बनाने का खूब प्रयास करना चाहिए. दोनों एक-दूसरे के प्रति समर्पित हैं इस बात का ख्याल रखना चाहिए. फिर भी अगर जीवन ठीक नहीं चल रहा किसी बात से मनमुटाव हो गया है तो भगवान का आश्रय लेना चाहिए. वैवाहिक जीवन को सुखद करने के लिए भगवान शंकर को समर्पित प्रदोष व्रत करें इसमें खासकर गुरुवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत सबसे फायदेमंद माना जाता है. इस दिन आपको कुछ ऐसे उपाय करने चाहिए जिससे सबकुछ ठीक हो जाए. चलिए आपको इसके बारे में ही कुछ बात बताते हैं.

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गुरु प्रदोष व्रत में फटाफट करें ये उपाय (Guru Pradosh Vrat 2023 Upay)

भगवान शंकर की पूजा करने से कभी भी सुख-समृद्धि में कमी नहीं होती है. ऐसी मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से साधक और व्रत करने वालों के जीवन के हर दोष मिटते हैं. गुरु प्रदोष के दिन उन लोगों को व्रत रखना चाहिए जिनका वैवाहिक जीवन क्लेश में चल रहा हो या जिनके विवाह में अड़चन आ रही हो. ऐसी मान्यता है कि शिव और श्रीहरि विष्णु दांपत्य जीवन से जुड़ी हर समस्या का समाधान रखते हैं. उनकी उपासना करने से भक्तों की सभी परेशानियां दूर होती हैं और उनका जीवन खुशहाली से भर जाता है. इसलिए गुरु प्रदोष के दिन आपको व्रत रखना चाहिए और जिनके साथ आपको अपने संबंध सुधारने हैं उनका नाम लेकर पूजा करने से आपके विवाह से जुड़ी सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी. इस दिन आपको किसी भूखे को खाना जरूर खिलाना चाहिए.

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गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त (Guru Pradosh Vrat Shubh Muhurat)

इस साल अश्विन माह के दूसरे प्रदोष व्रत के दिन गुरुवार का दिन पड़ा है इसलिए इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जा रहा. ये अश्विन माह का दूसरा यानी आखिरी प्रदोष व्रत है इसके बाद कार्तिक माह का प्रदोष व्रत पड़ेगा. 26 अक्टूबर दिन गुरुवार को प्रदोष व्रत रखना शुभ है और इस दिन महादेव को प्रसन्न करना बहुत ही आसान होता है. ऐसी मान्यता है कि प्रदोष काल में महादेव कैलाश पर्वत के रजत भवन में नृत्य करते हैं. उनके इस नृत्य का गुणगान देवतागण भी करते हैं. इसी वजह से प्रदोष व्रत में शाम के समय शिवलिंग का अभिषेक करने की मान्यता है जिससे सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकें.

पंचांग के अनुसार, अश्विन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 26 अक्टूबर की सुबह 9.44 बजे से शुरू होगी और ये अगले दिन 27 अक्टूबर की सुबह 6.56 बजे समाप्त होगी. शिव पूजा का शुभ मुहूर्त 26 अक्टूबर की शाम 5.41 बजे से रात 8.15 बजे तक होगा.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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