आज के समय में जहां हर चीज के मोबाइल में मौजूद हो जाने से बहुत से काम आसान हुए हैं. तो वहीं कुछ चीजों में अभी भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. जैसे कि मेट्रो में सफर की बात करें, तो हमें टोकन या स्मार्ट कार्ड खरीदने, कार्ड को बार-बार रिचार्ज कराने और स्मार्ट कार्ड अलग से साथ लेकर चलने जैसे झंझट का सामना करना पड़ता है. लेकिन आपको बता दें कि ऐसा आपको ज्यादा दिन तक नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि जल्द ही आपको इससे मुक्ति मिलने वाली है. जी हां, दरअसल मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री-एग्जिट के सिस्टम को और आसान बनाने के लिए डीएमआरसी पूरे नेटवर्क में सभी स्टेशनों पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) के साथ-साथ मोबाइल पर क्यूआर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम को लागू करने का प्लान कर रहा है.

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नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में पूरे मेट्रो नेटवर्क में अभी कुल 286 मेट्रो स्टेशंस हैं, जिनमें एंट्री-एग्जिट के लिए करीब 3300 एएफसी गेट लगे हुए हैं. इनमें से करीब 550 गेटों पर लोगों को मोबाइल क्यूआर कोड या कॉमन मोबिलिटी कार्ड पंच करके स्टेशन में प्रवेश या निकासी देने की सुविधा पर काम चल रहा है. इनके चालू होते ही सफर करने वाले लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी.

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मोबाइल क्यूआर कोड और कॉमन मोबिलिटी कार्ड के जरिए एंट्री-एग्जिट की सुविधा फिलहाल अभी दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर लागू है. बड़ी संख्या में लोग इसका लाभ भी उठा रहे हैं. वहीं बाकी जगहों पर भी यही सुविधा लागू करने का प्रयास जारी है. हालांकि इसके लिए लोगों को अपने बैंक से रूपे आधारित डेबिट कार्ड जारी करवाना होगा. यह कार्ड बैंक के एटीएम कार्ड के साथ-साथ मेट्रो के स्मार्ट कार्ड के रूप में भी कार्य करेगा.

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अधिकारियों की मानें, तो जल्द से जल्द मेट्रो में यात्रा के लिए चार अलग-अलग तरह के टिकटिंग सिस्टम लागू हो जाएंगे और यात्री अपनी सहूलियत के मुताबिक उनमें से किसी भी एक सिस्टम को चुनकर मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे और क्यूआर कोड से यात्रा का सिस्टम शुरू होने के बाद यात्रियों का मोबाइल ही उनका स्मार्ट कार्ड बन जाएगा.