सोशल मीडिया के इस दौर में प्राइवेसी का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. सुविधाओं के साथ सोशल मीडिया और डिजिटल एप हमारी निजता को लेकर खतरे की चिंता भी देते हैं. आप सभी इंटरनेट पर कुछ सर्च करने के लिए Google Chrome, Safari, या Microsoft Edge का इस्तेमाल करते होंगे. इसमें आपकी आईडी का login और Password भी सेव कर दिया करते हैं. ये आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

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ये है खतरा

दरअसल, कुछ आईटी रिसर्चर ने इंटरनेट यूजर्स खासकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों को विशेष तौर पर चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी में उन्होंने कहा कि ब्राउजर पर सेव कर्मचारियों का लॉगिन पासवर्ड हैक हो सकता है.

कर्मचारियों की निजता और डेटा के लिए ये एक बेहद गंभीर समस्या है. खासकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों के लिए. सिक्योरिटी एक्सपर्ट AhnLab के अनुसार, इस कंपनी का एक कर्मचारी एक डिवाइस का इस्तेमाल कर रहा था. इस डिवाइस में Redline Stealer नाम का मैलवेयर छुपा हुआ है. ये मैलवेयर कथित रूप से कंपनी के VPN तक पहुंचने के लिए संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करता है.

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एंटीवायरस से भी नहीं होगा बचाव

हम सभी अपने लैपटॉप या कंप्यूटर को इस तरह के मैलवेयर से बचाने के लिए एंटीवायरस इंस्टॉल करते हैं. लेकिन ये मैलवेयर (Malware) किसी भी एंटीवायरस (Anti-Virus) को मात देकर लैपटॉप या कंप्यूटर में प्रवेश कर जाएगा. AhnLab के मुताबिक ये मैलवेयर से कर्मचारियों की अकाउंट क्रिडेंशियल के लिए खतरा है.

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बचाव का तरीका

किसी भी तरह के मैलवेयर से बचने के लिए जरूरी है कि आप सिर्फ आधिकारिक एप या सॉफ्टवेयर को ही डाउनलोड करें. किसी भी प्रकार की थर्ड पार्टी एप से डिवाइस को नुकसान हो सकता है. इसके अलावा आप ऑफिशियल काम के लिए एक से ज्यादा डिवाइस का इस्तेमाल ना करें.

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