World Tsunami Awareness Day 2023 Theme: समुद्र की लहरें जब विकराल रूप धारण करती हैं तो सुनामी आ जाती है. इस सुनामी में ना जानें कितने लोगों का घर, जीवन और भी बहुत कुछ खत्म हो जाता है. सुनामी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरुकता दिवस (World Tsunami Awareness Day 2023) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य बस इतना है कि लोग भविष्य में आने वाली ऐसी आपदाओं को लेकर तैयार रह सकें और कई सारी जिंदगी बचाई जा सके. इस दिन के बारे में जागरुकता के लिए लोगों के बीच कैंपेन भी चलाए जाते हैं. चलिए आपको बताते हैं विस्तार में इसके बारे में बताते हैं.

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विश्व सुनामी जागरूकता दिवस की थीम क्या है? (World Tsunami Awareness Day 2023 Theme)

सुनामी दिवस के दिन लोगों को सुनामी से होने वाले खतरों के बारे में बताना चाहिए और इससे कैसे बच सकते हैं ये भी बताना चाहिए. हर साल सुनामी जागरुकता दिवस पर एक थीम बनाई जाती है और उसी के अंतर्गत पूरे साल काम किया जाता है. विश्व सुनामी जागरुकता दिवस 2023 थीम ‘अंतर्निहित आपदा जोखिम चालकों – गरीबी, असमानता और भेद्यता के अन्य कारकों के बारे में जागरूकता बढ़ाना’ है. इस दिन प्राकृतिक आपदा सुनामी के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है और ऐसी स्थिति में सबसे पहले क्या करना चाहिए उसके लिए लोगों को तैयार किया है. ऐसा करने से आने वाली आपदाओं को लोग झेल भी सकते हैं और उससे बच भी सकते हैं. सुनामी के खतरों को कम करने और सामुदायिक तैयारी को बढ़ाने के बारे में जागरुकता को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है. WTAD 2023 की थीम अंतर्रष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अनुरूप होगी और ये ज्यादा निचले भविष्य के लिए आपदाओं के सामने समानता की खोज पर जोर दे सकती है.

विश्व सुनामी जागरुकता दिवस का इतिहास (World Tsunami Awareness Day History)

22 दिसंबर 2015 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक घोषणा की थी जिसके बाद विश्व सुनामी दिवस पहली बार मनाया गया. लेकिन इसके लिए 5 नवंबर 2016 की तारीफ फिक्स की गई थी और पहली बार 5 नवंबर 2016 को विश्व सुनामी जागरुकता दिवस मनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्राकृतिक आपदा के बारे में जागरुकता बढ़ाने और उत्पाद विचारों को शेयर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय निकायों में सभी देशों को बुलाया गया. सभी देशों ने इसपर सहमती जताई और इसे हर साल मनाने की प्रथा शुरू हुई. सुनामी जागरुकता दिवस आपदा जोखिम न्यूनीकरण साल 2016 के एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र के आपदा जोखिम न्यूनीकरण के आपसी सहयोग से नई दिल्ली में इसको लेकर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया.

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