Munshi Premchand Quotes in Hindi: हम सभी ने बचपन में महान लेखक मुंशी प्रेमचंद की कहानियां या कवितांए जरूर सुनी होंगी. हिंदी साहित्य में मुंशी प्रेमचंद का कद बहुत ऊंचा है. वे ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्होंने हिन्दी विषय का चेहरा बदल दिया. वह एक ऐसे लेखक थे जिन्होंने समय के साथ बदलाव किया और हिंदी साहित्य को आधुनिक स्वरूप दिया. मुंशी प्रेमचंद ने सरल सहज हिंदी को ऐसा साहित्य प्रदान किया, जिसे लोग कभी नहीं भूल सकते. आज उनकी जयंती पर हम आपके लिए कुछ कोट्स लेकर आएं हैं जिन्हें आप अपने जानने वालों के साथ शेयर कर सकते हैं.

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Munshi Premchand Quotes in Hindi

जिस तरह सूखी लकड़ी जल्दी से जल उठती है,
उसी तरह क्षुधा (भूख) से बावला मनुष्य
ज़रा-ज़रा सी बात पर तिनक जाता है.
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई

लिखते तो वह लोग हैं, जिनके अंदर कुछ दर्द है,
अनुराग है, लगन है, विचार है. जिन्होंने धन और
भोग-विलास को जीवन का लक्ष्य बना लिया,
वह क्या लिखेंगे?
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई

चापलूसी का ज़हरीला प्याला आपको तब
तक नुकसान नहीं पहुंचा सकता जब तक
कि आपके कान उसे अमृत समझ कर पी न जाएं.
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई

बूढ़ों के लिए अतीत के सुखों और वर्तमान के
दुःखों और भविष्य के सर्वनाश से ज्यादा
मनोरंजक और कोई प्रसंग नहीं होता.
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई

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इतना पुराना मित्रता-रूपी वृक्ष
सत्य का एक झोंका भी न सह सका.
सचमुच वह बालू की ही ज़मीन पर खड़ा था.
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई

मासिक वेतन तो पूर्णमासी का चांद है,
जो एक दिन दिखाई देता है
और घटते-घटते लुप्त हो जाता है, ऊपरी
मुंशी प्रेमचंद जयंती की बधाई