कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) के कारण बड़े शहरों में ही नहीं बल्कि छोटे सिटीज में भी प्रॉपर्टी के दामों में गिरावट देखने को मिली है. विश्वभर में कई देशो के मकान के भाव में भारी गिरावट हुई है. कारण ये है कि आधे दाम पर भी फ्लैट और घर बेचने को तैयार हैं. लेकिन इटली (Italy) से एक ऐसा ही मामला सामने आया है.जिसके बारे में जानने के बाद आप हैरान हो जाएंगे.

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यहां पर पुराने घरों को बेचने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ एक डॉलर या एक यूरो में स्कीम लेकर आाया है. उदाहरण के लिए इस मामले को लें. ‘द मिरर’ की खबर के अनुसार, हाल ही में ब्रिटेन में रहने वाले एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति ने इटली स्थित सिसिली के मुसोमेली में सिर्फ एक यूरो (85 रुपये) में एक छोटा सा घर खरीदा है. हालांकि अब शख्स को अब वह जगह छोड़नी पड़ रही है, क्योंकि शर्त के अनुसार उसे उस पुराने घर को तीन साल के भीतर रीनोवेट करना था, लेकिन शख्स को लंबे समय से रीनोवेट के लिए लेबर नहीं मिले.

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ऑस्ट्रेलियाई शख्स ने बताया आखिर क्या थी समस्या

सिसिली के कैल्टानिसेटा प्रांत स्थित मुसोमेली में मौजूद डैनी मैक्कुबिन ने घर खरीदा. उन्होंने दावा किया कि मुसोमेली की स्थापना 14वीं शताब्दी में मैनफ्रेडो तृतीय चियारामोंटे द्वारा ‘मैनफ्रेडी’ नाम से की गई थी. इस समय वहां पर विदेशियों को बसाने के लिए ‘Case 1 Euro’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई. आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रोजेक्ट के अनुसार मैक्कुबिन ने यहां एक यूरो (करीब 85 रुपये) में घर खरीदा.

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लेबर की कमी की समस्या से जूझ रहा इटली

इटली में प्रॉपर्टी के मालिक बनने से पहले मैक्कुबिन 17 साल से ब्रिटेन में रह रहे थे. घर लेने के ठीक एक वर्ष बाद मैक्कुबिन को रीनोवेट करने के लिए मजदूर नहीं मिले. क्योंकि पिछले कई महीनों से इटली पूरे देश में मजदूरों की कमी की परेशानी का सामना कर रहा है.

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इसीलिए मैक्कुबिन को यह मकान बेचना पड़ा. उन्होंने बताया कि घर को रीनोवेट करने के लिए बिल्डर नहीं मिल रहे. समय के साथ घर की स्थिति और भी खराब होती चली गई.

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