हाल में डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा जब बढ़ जाती है तो डायबिटीज की बीमारी हो जाती है. हालांकि, ये दो तरीके की होती है. जिसमें टाइप-1 और टाइप-2 तरीके के होते हैं. टाइप-1 में डायबिटीज की बीमारी जेनिटिकली होती है. जबकि टाइप-2 आपके लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है इसमें सही चीजें शामिल नहीं होने से डायबिटीज की बीमारी हो सकती है.

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिस पर सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो ये शरीर के दूसरे अंगों के लिए जोखिम पैदा कर सकती है.

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डायबिटीज के लक्षणों का पता मुंह से भी पता चलता है. ऐसे में अगर आपके मुंह में बदलाव और दिक्कतें आ रही है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें. चलिए जानते हैं मुंह में किस तरह का बदलाव दिखने लगता है.

डायबिटीज होने पर मुंह बार-बार सूखने लगता है. जीभ या मुंह में जलन होने जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती है. कुछ लोगों को जीभ सुन्न होने के साथ-साथ मुंह में इचिंग (iching) का भी एहसास हो सकता है. इस तरह के किसी भी तरह के लक्षण दिखे तो आप सावधान हो जाएं. ऐसे में आप फौरन अपने डॉक्टर से बात करें.

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डायबिटीज की कंडीशन में इम्मयून सिस्टम (immune system) काफी धीरे काम करने लगता है. इसके अलावा हाई ब्लड शुगर का लेवल ट्रीटमेंट के प्रोसेस को भी अफेक्ट कर देता है. यदि आपके मुंह के छाले या जख्मों को ठीक होने में बहुत ज्यादा टाइम लग रहा है. तो यह भी डायबिटीज का सिंप्टम हो सकता है. आपको फौरन डॉक्टर से बात कर अपना इलाज शुरू कर देना चाहिए.

डायबिटीज के पेशेंट्स में गम्स (gums) की बीमारी के चलते दांत खराब होने की प्रॉब्लम्स बढ़ जाती है. गम्स के चारों तरफ दांतों के बीच गैप आना शुरू हो जाता है. जिससे आसपास की पकड़ ढीली होने लगती है और दांत खराब हो जाते हैं.

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नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.