World Wildlife Day 2023: अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर जगह लोग वन्य जीवन और जैव विविधता आधारित संसाधनों पर निर्भर हैं. ऐसे में अगर जंगली जानवर विलुप्त हो गए तो आने वाले समय में इंसानों पर बड़ा खतरा मंडरा सकता है. इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 3 मार्च 2014 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहला विश्व वन्यजीव दिवस मनाया गया और यह आज तक मनाया जा रहा है. आज हम आपको ऐसी ही 5 प्रजातियों के बारे में बताएंगे जो विलुप्त हो चुकी हैं या विलुप्त होने के कगार पर हैं.

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गैंडे – दुनिया में गैंडे ऐसे जानवर हैं जिन पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन 19वीं और 20वीं सदी में उनके अत्यधिक शिकार के कारण, उनकी कई उप-प्रजातियों की आबादी में तेजी से गिरावट आई. इनमें से एक काला गैंडा वर्ष 2008 में लुप्तप्राय प्रजातियों की श्रेणी में आया था और 2011 में इसे विलुप्त घोषित कर दिया गया था.

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कठफोड़वा – आइवरी-बिल्ड कठफोड़वा एक समय में उत्तरी अमेरिका में कठफोड़वा की सबसे अधिक प्रजातियां थीं. साल 2021 में यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस ने इस प्रजाति को विलुप्त घोषित कर दिया था. अभी इनका रिव्यू पीरियड चल रहा है ऐसे में अगर ये नजर आ जाते हैं तो इनके विलुप्त होने की स्थिति खत्म हो सकती है.

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स्पिक्स मकाओ – साल 2011 में एक एनिमेशन फिल्म काफी मशहूर हुई जिसका नाम था रियो. इसका मुख्य पात्र रियो ब्राजील में पाया जाने वाला स्पिक्स मकाओ था. इस जंगली पक्षी को आखिरी बार 2016 में ब्राजील में देखा गया था. साल 2019 में इसे भी विलुप्त घोषित कर दिया गया था.

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चीनी वाइट डॉल्फिन – चीनी सफेद डॉल्फिन के रूप में जानी जाने वाली प्रजाति आज भी जीवित है, लेकिन संबंधित प्रजातियां, यांग्त्ज़ी नदी डॉल्फ़िन, अब दिखाई नहीं देती हैं. पिछले 20 साल से उन्हें किसी ने नहीं दिया. उन्हें वर्ष 2019 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था.

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पिंटा जायट कछुओं – लोनसम जॉर्ज नाम का एक कछुआ 2012 में मरने के बाद सेलिब्रिटी के स्तर तक मशहूर हो गया था. यह कछुआ अपने क्षेत्र के गैलापागोस द्वीप समूह की विशेष उप-प्रजाति का अंतिम जानवर था. कछुए आम तौर पर बहुत लंबा जीवन जीते हैं, लेकिन उनके प्रजनन की दर भी बहुत कम होती है.