ऐसे समय में जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन (MVA) सरकार के साथ संघर्ष में है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार ने सांसदों और विधायकों के लिए एक रात्रिभोज की मेजबानी की जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी उपस्थित रहे. 

बैठक में नितिन गडकरी, राज्यसभा सदस्य और शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत, महाराष्ट्र के सांसद और विधायक दिल्ली में शरद पवार के 6 जनपथ आवास पर उपस्थित थे.

दिलचस्प बात यह है कि डिनर बैठक उस दिन हुई जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक चॉल के पुनर्विकास से जुड़े कथित भूमि घोटाले की जांच के सिलसिले में संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क किया था.

ईडी ने 5 अप्रैल को कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग जांच में संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है.

महाराष्ट्र के विधायक लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित एक अभिविन्यास कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली में थे. महाराष्ट्र के विधायकों ने भी राउत से उनके आवास पर चाय पर मुलाकात की. 

इससे पहले गडकरी ने 3 अप्रैल को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे से मुंबई में उनके आवास पर मुलाकात की थी. केंद्रीय मंत्री ने मनसे प्रमुख के साथ उनकी मुलाकात को पारिवारिक बैठक बताया था और बैठक के पीछे कुछ भी राजनीतिक होने से इनकार किया था. 

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मुलाकात के बाद गडकरी ने कहा कि उनका राज ठाकरे के परिवार से बहुत पुराना रिश्ता है और कहा कि वह उनके निमंत्रण पर उनके घर आए थे. 

गडकरी ने ठाकरे से उस दिन मुलाकात की जब एक दिन पहले उन्होंने महाराष्ट्र में MVA सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए कहा और ‘मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर लगाने और हनुमान चालीसा पढ़े जाने’ की चेतावनी दी.

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