What is Earth Hour: बिजली बचाने के उद्देश्य को लेकर दुनियाभर में Earth Hour Day मनाया जाता है. ‘अर्थ आवर’ वर्ल्ड वाइड फंड (WWF) का शुरू किया गया एक अभियान का नाम है जिसका उद्देश्य लोगों को बिजली का महत्व बताने और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरुकता फैलाना है. अर्थ आवर में दुनियाभर के नागरिकों से ना सिर्फ 1 घंटे के लिए लाइट्स बंद करने की अपील की जाती है बल्कि सौर ऊर्जा को भी अपनाने के लिए कहा जाता है. 25 मार्च, 2023 को अर्थ आवर डे है और इस दिन रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक यानी पूरे 1 घंटे तक इलेक्ट्रिक चीजों को बंद करने की अपील की गई है.

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क्या होता है अर्थ आवर? (What is Earth Hour)

साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में अर्थ आवर की शुरुआत हुई थी. जो धीरे-धीरे दुनियाभर में प्रचलित हुआ. साल 2008 में इस अभियान में लगभग 35 देशों ने हिस्सा लिया था. अब अर्थ आवर डे में 178 देश शामिल हो चुके हैं. आमतौर पर अर्थ आवर हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को मनाते हैं और इस बार ये 25 मार्च दिन शनिवार को पड़ा है. कई लोग कैंडल जलाकर अर्थ आवर डे को सेलिब्रेट करते हैं. इस अभियान में एक घंटे के लिए बिजली बचाई जाती है. ऐसा करने से क्लाइमेट में अचानक बदलाव आते हैं जो ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए अच्छा होता है.

What is Earth Hour
1 घंटे के लिए अंधेरे में डूब जाएगी पृथ्वी. (फोटो साभार: Unsplash)

अर्थ आवर डे पर क्या करते हैं (Earth Hour 2023)

भारत भी अर्थ आवर का हिस्सा है, हाालंकि यहां पर इसको लेकर ज्यादा जागरुकता नहीं है. फिर भी इसके प्रति हम सभी को जागरुक होना चाहिए क्योंकि अगर क्लाइमेट ठीक रहेगा तभी हमारा और हमारी आने वाली जनरेशन का भविष्य अच्छा रह सकेगा. मार्च के आखिरी शनिवार को ये दिन मनाते हैं और इस साल 25 मार्च को ये दिन पड़ा है. 25 मार्च दिन शनिवार की रात 8.30 बजे से 9.30 बजे तक एक घंटे के लिए अर्थ आवर डे मनाया जाएगा. अर्थ आवर के दौरान ऊर्जा संरक्षण के लिए 1 घंटे के लिए अपने घरों और ऑफिसों की लाइट बंद करना होता है.

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