हिंदू धर्म को मानने वाले अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर रखते हैं. भारत में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है और तुलसी को मां का नाम देकर देवियों में शुमार किया गया है. वैसे तुलसी एक पौधा जिसका उपयोग आयुर्वेदिक रूप से ज्यादा किया जाता है, बहुत से लोग तुलसी का प्रयोग जड़ी-बूटियां और औषधि बनाने में करते हैं. 

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तुलसी के पौधों में क्या होते हैं गुण?

वैदिक काल से भारत में तुलसी के पौधे का प्रयोग किया जा रहा है और औषधी के नाम पर तो तुलसी सूजन, रोधी, गठिया, सर्दी-खांसी, लिवर, डायबिटीज और दमा जैसी बीमारियों के लिए रामबाण है. तुलसी में पाए जाने वाले पांच प्रकारों को मिलाकर इनका अर्क निकाला जाए, तो यह पूरी दुनिया की सबसे प्रभावशाली और बेहतरीन दवा बन सकती है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फ्लू, एंटी-बायोटिक, एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व एंटी डिजीज के गुण पाए जाते हैं.

तुलसी में क्या तत्व होते हैं ?

वैसे तो तुलसी के पौधे में एक नहीं बल्कि कई तत्व होते हैं लेकिन यहां पर आपको कुछ के बारे में बताऊंगी. एक कप यानी 42 ग्राम तुलसी में प्रोटीन 1.3 ग्राम, पानी 38.7 ग्राम, ऐश 0.6 ग्राम, कुल कैलोरी 9.8, कार्बोहाइड्रेट्स 1.1 ग्राम, कुल फैट 271 मिलीग्राम, कैल्शियम 75 ग्राम, आयरन 1.3 मिलीग्राम, सोडियम 1.7 मिलीग्राम, मैग्नीशियम 27 मिलीग्राम, फॉस्फोरस 24 मिलीग्राम और विटामिन A, C, E, K, B6 पाया जाता है. जिसका उपयोग सही मात्रा में किया जाए तो शरीर के सभी विषाणु बाहर निकल जाएंगे और आप अंदर से अच्छा महसूस करेंगे. तुलसी कितने प्रकार की होती हैं ?

1. श्याम तुलसी,

2. राम तुलसी,

3. श्वेत/विष्णु तुलसी,

4. वन तुलसी,

5. नींबू तुलसी

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तुलसी के फायदे

यौन रोग- पुरुषों में शारीरिक कमजोरी होने पर तुलसी के बीज का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा यौन-दुर्बलता और नपुंसकता में भी इसके बीज का नियमित इस्तेमाल फायदेमंद रहता है.

अनियमित पीरियड्स- अक्सर महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता की शिकायत हो जाती है. ऐसे में तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है. मासिक चक्र की अनियमितता को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का भी नियमित किया जा सकता है.

सर्दी और खांसी- अगर आपको सर्दी या फिर हल्का बुखार है तो मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से पकाकर उसका काढ़ा बना लें. ऐसा दिन में कम से कम तीन बार करें इससे फायदा मिलेगा.

सांस की दुर्गंध- सांस की दु्र्गंध को दूर करने में भी तुलसी के पत्ते बहुत फायदा करते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइ इफैक्ट भी नहीं होता है. अगर किसी के मुंह से बदबू आती है तो उन्हें तुलसी का पत्ता चबाना चाहिए इससे दुर्गंध चली जाती है.

तनाव में- एक रिसर्च के मुताबिक तुलसी शरीर में तनाव को बढ़ाने वाले हार्मोन को बाहर निकालती है. इसे ऐंटी स्ट्रेट एजेंट भी कहा जाता है और तुलसी हमारी कोशिकाओं को सामान्य रूप से चलाने में मदद करती है.

पथरी में- अगर आपको पित्त में पथरी या किडनी में पथरी हो गई है तो इसका इलाज भी तुलसी के पत्तों के द्वारा भी कर सकते हैं. किडनी में पथरी मुख्य रूप से खून में यूरिक एसिड बढ़ने से होती है और तुलसी इस यूरिक एसिड को कम करने में सक्षम होता है.

डिस्क्लेमर- वैसे तो तुलसी का पौधा कई तरह से फायदेमंद होता है इस बात की जानकारी आमतौर पर सभी को होती है. मगर फिर भी इसके सेवन से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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