उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद लगातार बचाव और राहत कार्य जारी है. अब तक तपोवन सुरंग में चल रहे बचाव के दौरान 35 लोगों के शव बारमद किए गए हैं. लेकिन गुरुवार को ऋषिगंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद राहत और बचाव कार्य को रोक दिया गया है. प्रशासन की ओर से रानी गांव के पास अलर्ट जारी किया गया है.

ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से आस-पास के इलाकों में रहने वालों को भी अलर्ट किया गया है. पुलिस ने अपील करते हुए कहा है कि वे सभी घबराएं नहीं लेकिन अलर्ट रहें.

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वहीं, उत्तराखंड सरकार की ओर से गुरुवार को बताया गया कि, ग्लेशियर टूटने के बाद अब तक 35 लोगों के शव बरामद हुए हैं जिनमें से 10 शवों की शिनाख्त हो पाई. लापता लोगों की कुल संख्या 204 है. यानी की 170 लोग अभी भी लापता हैं.

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बचाव अभियान में कई एजेंसियां लगी हैं और पिछले चार दिन से उनके अभियान का केंद्र यह सुरंग है और हर गुजरता क्षण इसके भीतर फंसे लोगों की सुरक्षा संबंधी चिंता को बढ़ा रहा है. बचाव कार्य में लगी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया बचाव दलों ने कीचड़ से भरी सुरंग में जाने के लिए बुधवार देर रात दो बजे से खुदाई अभियान शुरू किया.

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