दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia Islamia university) में पिछले साल CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले 19 वर्षीय गोपाल शर्मा उर्फ रामभक्त गोपाल को हरियाणा पुलिस ने सोमवार को गुरुग्राम में गिरफ्तार कर लिया. उसके ऊपर हरियाणा के पटौदी में कथित तौर पर सांप्रदायिक भाषण देने का आरोप है. 

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मानेसर के पुलिस उपायुक्त वरुण सिंगला ने पीटीआई से फोन पर बात करते हुए कहा कि गोपाल शर्मा को हाल ही में पटौदी में आयोजित एक महापंचायत में कथित तौर पर सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. 

सिंगला ने पुष्टि की कि शर्मा वही व्यक्ति हैं जिन्होंने 2020 में जामिया मिलिया इस्लामिया में CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर पिस्तौल से फायरिंग कर दी थी, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया था. उन्होंने बताया कि पुलिस को मिली शिकायत के आधार पर गिरफ्तारी की गई है.

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बता दें कि गोपाल शर्मा के ऊपर बीती चार जुलाई को पटौदी में हुई महापंचायत में अल्पसंख्यक मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप है. पटौदी में हुई इस महापंचायत में हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता और करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने भी भाग लिया था. 

सिंगला ने कहा कि शर्मा के खिलाफ आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 295 ए (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना) शामिल है.

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