प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10 राज्यों के ज़िलाधिकारियों के साथ हुई बैठक पर बोलते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्रियों को बोलने नहीं दिया. ममता बनर्जी ने बैठक के बाद कहा कि यदि राज्यों को बोलने की अनुमति नहीं थी तो उन्हें क्यों बुलाया गया, बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों को विरोध करना चाहिए.

ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि केवल बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक में बोलने दिया गया, जबकि दूसरों को ‘कठपुतली’ बनाकर रख दिया गया. उन्होंने कहा, “यह अनौपचारिक और सुपर फ्लॉप बैठक थी.”

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बनर्जी ने कहा, “हम अपमानित महसूस कर रहे हैं. यह देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है. प्रधानमंत्री मोदी में असुरक्षा की भावना इतनी ज्यादा है कि उन्होंने हमारी बात ही नहीं सुनी.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ना तो यह पूछा कि पश्चिम बंगाल कोविड के हालात से किस तरह निपट रहा है और ना ही उन्होंने टीकों तथा ऑक्सीजन के भंडार के बारे में पूछा.

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ममता बनर्जी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने ‘ब्लैक फंगस’ के बारे में एक भी सवाल नहीं पूछा.” उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे चार मामले सामने आए हैं.

देश में कोविड-19 के मामले कम होने के प्रधानमंत्री के दावे का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, “अगर संक्रमण के कुल मामले कम हो रहे हैं, तो कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के इतने अधिक मामले क्यों आ रहे हैं.” सीएम ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार के पास देश में कोरोना के हालात से निपटने के लिए कोई प्लान नहीं है.

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