भारत से भगौरा हीरा कारोबारी नीरव मोदी शुक्रवार को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई के दौरान लंदन की जेल से वीडियो लिंक के द्वारा पेश हुआ. अदालत ने उसकी रिमांड 25 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी, जब उसके प्रत्यर्पण के मामले में फैसला सुनाया जाएगा.

जिला न्यायाधीश अंगस हैमिल्टन ने नीरव को सूचित किया कि इस बात की ज्यादा संभावना है कि फैसला सुनाए जाने के दिन फिर से वीडियो लिंक के जरिए उसे फिर उपस्थित रहना पड़ेगा.

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दरअसल, अदालत तब इस बारे में यह फैसला सुनाएगी कि क्या 49 वर्षीय हीरा कोरोबारी पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में भारत की अदालतों के समक्ष मामले में जवाब देंगे.

भारतीय प्राधिकारियों की ओर से क्राउन प्रोसेक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने अपनी दलील में नीरव के खिलाफ प्रथम दृष्टया धोखाधड़ी और धन शोधन का मामला बनाने पर जोर दिया है.

नीरव,19 मार्च 2019 में गिरफ्तार किये जाने के बाद से जेल में है.

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