भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी ने अपना नेता चुना है. सुनक एशियाई मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री होंगे. सुनक के साथ पेनी मॉरडॉन्ट प्रधानमंत्री बनने की रेस में शामिल थीं, लेकिन उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली. ऋषि सुनक आधिकारिक तौर पर 25 अक्टूबर से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद संभाल सकते हैं. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने पार्टी में अपने नेतृत्व के खिलाफ हो रहे विरोध के बाद सिर्फ 45 दिनों तक पीएम पद पर रहने के बाद 20 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया था.

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ऋषि सुनक के बारे में कुछ जरूरी बातें

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद हैं. सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं. सुनक बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में वित्त मंत्री का पद संभाल चुके हैं. सुनक 2015 में यॉर्कशर के रिचमंड से कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद चुने गए थे. सुनक के पिता एक डॉक्टर थे, जबकि उनकी मां एक फार्मासिस्ट. भारतीय मूल का उनका परिवार पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन शिफ्ट हुआ था. सुनक की पढ़ाई प्राइवेट स्कूल विंचेस्टर कॉलेज में हुई है. इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी गए. बाद में सुनक ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया. पॉलिटिक्स में एंट्री से पहले सुनक इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में काम किया करते थे. 

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कौन हैं ऋषि सुनक

ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को साउथेम्प्टन, हैम्पशायर, दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में भारतीय माता-पिता यशवीर सुनक और उषा सुनक के घर में हुआ था. ऋषि सुनक का परिवार मेडिकल बैकग्राउंड से हैं. उनके पिता एक सामान्य चिकित्सक थे, जबकि उनकी मां एक फार्मासिस्ट थीं, जो एक स्थानीय फार्मेसी चलाती थीं और उनके भाई एक मनोचिकित्सक हैं.

ऋषि सुनक इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं. उनकी पत्नी इस भारतीय अरबपति की बेटी अक्षता मूर्ती हैं. अक्षता कटमरैन वेंचर्स में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं. उनका खुद का फैशन लेबल भी हैं और वह ब्रिटेन की सबसे धनी महिलाओं में से हैं.

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ऋषि सुनक का व्यवसायिक सफर

2001 से 2004 तक ऋषि सुनक एक निवेश बैंक गोल्डमैन सैच्स में एक विश्लेषक के रूप में काम करते रहे लेकिन बाद में द चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फंड मैनेजमेंट (TCI) में शामिल होने के लिए उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और सितंबर 2006 में एक भागीदार बन गए. वह 2009 में एक अन्य हेज फंड फर्म थेलेम पार्टनर्स में शामिल हो गए. इसके अलावा उन्होंने अपने ससुर के स्वामित्व वाली निवेश फर्म कटमरैन वेंचर्स (Catamaran Ventures) के निदेशक के रूप में भी काम किया हैं.

ऋषि सुनक का राजनीतिक सफर

सुनक को अक्तूबर 2014 में रिचमंड (यॉर्क) के लिए कंजर्वेटिव उम्मीदवार के रूप में चुना गया. इसके बाद 2015 के आम चुनाव में 19,550 (36.2%) के बहुमत के साथ निर्वाचन क्षेत्र के लिए सांसद के रूप में वह चुने गए. 2015 से 2017 तक, उन्होंने पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों की चयन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया. बता दें कि 2016 में उन्होंने यूरोपीय संघ के जनमत संग्रह का समर्थन किया था.

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2017 के आम चुनाव में ऋषि सुनक उसी सीट से सांसद के रूप में फिर से चुन लिए गए. इसके बाद उन्होंने जनवरी 2018 से जुलाई 2019 तक संसदीय अवर सचिव के रूप में कार्य किया. जुलाई 2019 के आम चुनावों में एक बार फिर जीते और उन्हें प्रधान मंत्री बोरिस जानसन द्वारा ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. इस दौरान उन्होंने चांसलर साजिद जाविद के अधीन कार्य किया. फरवरी 2020 में सुनक को राजकोष का चांसलर बनाया गया. उन्होंने अपना पहला बजट 11 मार्च 2020 को पेश किया था.