आगरा का ताजमहल (Taj Mahal) इन दिनों 22 बंद कमरों और तहखाने के लिए सुर्खियों में है. ताजमहल के मालिकाना हक को लेकर जयपुर राजघराने की पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी की सांसद दीया कुमारी (Diya Kumari) ने अपना हक जताया है. राजकुमारी दीया सिंह का नाता जयपुर राजघराने से है. उन्होंने दावा किया है कि ताजमहल बीते समय में उनके परिवार का महल था. जिसके कागजात उनके पास अब भी मौजूद हैं. दीया कुमारी ने बंद तहखाने खुलवाने की मांग भी की है.

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आजतक के लेख के अनुसार, दीया कुमारी ने सवाई माधोपुर से वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में किरोड़ी लाल को हराया था. इसके बाद उन्होने लोकसभा के लिए चुनावी मैदान में उतरी. दीया कुमारी का नाता जयपुर राजघराने से हैं. मान सिंह जो मुगल सम्राट अकबर के नवरत्नों में शामिल थे. यह उनका राजघराना था.

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इससे पहले आमेर और बाद में जयपुर के नाम से जाना गया. जयपुर राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की पुत्री है. वर्ष 2013 में सवाई माधोपुर से भाजपा की विधायक बनी थी. वर्ष 2018 में उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा. वर्ष 2019 में राजसमंद से भाजपा की सांसद बनी और वर्तमान में वे बीजेपी सांसद है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जयपुर राजघराना खुद को भगवान राम का वंशज बताता है. ऐसा कहा जाता है कि जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह भगवान राम के बेटे कुश के 309वें वंशज थे. इस बात को राजघराने के कई लोगों ने स्वीकार भी की है.

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महाराजा सवाई भवानी सिंह 24 जून 1970 से 28 दिसम्बर 1971 तक जयपुर के महाराजा रहे. दीया कुमारी भवानी सिंह व पद्मिनी देवी की ही इललौती संतान हैं. भवानी सिंह के कोई बेटा नहीं था. इसी वजह से दीया कुमारी के बेटे को ही वर्ष 2011 में अपना वारिस घोषित कर दिया था. भारतीय जनता पार्टी की सांसद दीया कुमारी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली और जयपुर से की. इसके बाद वह पढ़ाई के लिए लंदन चल गई थी. वर्ष 1997 में दीया कुमारी ने गुपचुप तरीके से नरेंद्र सिंह से कोर्ट में शादी की थी. उनके पति का राजपरिवार से कोई नाता नहीं था. इसी कारण राजकुमारी का इस एक आम आदमी से शादी करना तब चर्चा का विषय बन गया था.

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दीया कुमारी और नरेंद्र सिंह की मुलाकात महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय में हुई थी. उस समय नरेंद्र ग्रैजुएशन के बाद संग्रहालय ट्रस्ट में ट्रेनिंग के लिए आए थे. तब रिश्ते में सब ठीक चल रहा था. लेकिन 21 साल बाद 2018 में दोनों ने आपसी रजामंदी से तलाक ले लिया. दीया कुमारी और नरेंद्र सिंह के तीन बच्चे हैं. इसमें बड़ा बेटा पद्मनाभ और छोटा बेटा लक्ष्यराज सिंह शामिल है. उनकी एक बेटी भी है, जिसका नाम गौरवी है. बता दें कि दीया कुमारी के पिता भवानी सिंह का निधन वर्ष 2011 में निधन हो गया था. इसके बाद गद्दी के वारिस के तौर पर पद्मनाभ सिंह का राजतिलक हुआ.

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