झारखंड (Jharkhand) के देवघर जिले के त्रिकूट (Trikut) पहाड़ियों पर रविवार को केबल कार (Cable Car) की टक्कर में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. अंतिम रिपोर्टों के अनुसार, दर्जनों लोग अभी भी केबल कार में फंसे हुए थे और भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों की मदद से बचाव अभियान जारी था.

एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई है, उन्होंने कहा कि सटीक कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. समाचार एजेंसी PTI ने बताया कि घटना के बाद रोपवे प्रबंधक और अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गए. इसमें कूदने वाले दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

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देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम को बचाव अभियान के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) भी ऑपरेशन में सहायता कर रही थी.

डीसी और पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट दोनों मौके से बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं. भजंत्री ने कहा कि स्थानीय ग्रामीण भी बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं.

डीसी ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए कहा, “स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. कुछ लोग अभी भी रोपवे में केबल कारों में फंसे हुए हैं और उन्हें बचाया जा रहा है. सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है.”

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गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को सूचित किया था और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा, “मैं मामले का तुरंत संज्ञान लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं.”

झारखंड टूरिज्म का कहना है कि बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है.

बाबा बैद्यनाथ मंदिर से लगभग 20 किमी दूर स्थित रोपवे लगभग 766 मीटर लंबा है, जबकि पहाड़ी 392 मीटर ऊंची है. रोपवे में 25 गाड़ियां हैं, जिनमें से प्रत्येक में चार लोगों के बैठने की व्यवस्था है.

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