उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी सलाहकार व समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रवक्ता राजीव राय (Rajeev Rai) के घर पर आज सुबह आयकर विभाग (Income Tax department) ने छापेमारी की. इसके अलावा अखिलेश यादव के निजी सचिव जैनेंद्र यादव और पार्टी के एक अन्य नेता मनोज यादव के खिलाफ छापेमारी हुई है. 

उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहे अखिलेश यादव ने आज सुबह अपने नेताओं और अपने निजी सहयोगी पर छापेमारी के बाद राज्य और केंद्र की सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधा है.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “बीजेपी का हार का डर जितना बढ़ता जाएगा, विपक्षियों पर छापों का दौर भी उतना बढ़ता जाएगा फिर भी सपा का रथ व हर कार्यक्रम बदस्तूर चलता जाएगा. अब तो जनता पूरी तरह बीजेपी के खिलाफ विपक्ष के साथ खड़ी है, अब क्या बाइस के लिए बीजेपी सरकार उप्र की बाइस करोड़ जनता के यहां छापे डालेगी.” 

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अखिलेश यादव ने कहा, “मैंने बार-बार कहा है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं. यह सब होने लगता है. अभी आयकर विभाग आया है, प्रवर्तन निदेशालय आयेगा, सीबीआई आएगा लेकिन साईकिल नहीं रुकेगी. इसकी गति नहीं रुकेगी. यूपी से बीजेपी का सफाया हो जाएगा. राज्य के लोगों को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता. राजीव राय पर एक महीने पहले छापा क्यों नहीं पड़ा, अब क्यों? क्योंकि चुनाव नजदीक हैं?”

वाराणसी से आयकर विभाग की एक टीम आज सुबह पूर्वी यूपी के मऊ जिले में राय के घर पहुंची. राय एक ऐसे समूह के मालिक हैं जो कर्नाटक में कई शैक्षणिक संस्थान चलाता है.

48 वर्षीय अखिलेश ने सवाल करते हुए कहा, “बीजेपी कांग्रेस की राह पर है. पहले जब कांग्रेस किसी को डराना चाहती थी, तो उन्होंने इस तरह के हथकंडे अपनाए और बीजेपी कांग्रेस के नक्शेकदम पर चल रही है. ये छापे चुनाव से ठीक पहले किए जा रहे हैं. ऐसा लगता है कि कर विभाग चुनावी लड़ाई में शामिल हो गया है.”

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