नेशनल अर्थक्वेक मॉनिटरिंग एंड रिसर्च सेंटर (NEMRC), नेपाल ने बताया कि बुधवार 28 दिसंबर को तड़के नेपाल के बागलुंग जिले में 4.7 और 5.3 तीव्रता के दो भूकंप आए. केंद्र से मिली रीडिंग के अनुसार, बागलुंग जिले के अधिकारी चौर के आसपास 01:23 (स्थानीय समयानुसार) पर 4.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके साथ ही उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी भूकंप आया है. 

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इसके साथ ही नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक बुधवार 28 दिसंबर को तड़के उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप रात 2 बजकर 19 मिनट पर आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप का अक्षांश 30.87 था और देशांतर 78.19 था और गहराई 5 किमी दर्ज की गई थी. अभी तक दोनों ही मामलों में जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.

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NEMRC ने ट्वीट किया, “2079/09/13 NEMRC/DMG को 01:23 बजे बागलुंग जिले के अधिकारी चौर के आसपास 4.7 एमएल का भूकंप आया.” इसके बाद NEMRC नेपाल ने ट्वीट किया, रिक्टर पैमाने पर 5.3 तीव्रता का दूसरा भूकंप कथित तौर पर बगलुंग जिले के खुंगा के आसपास 02:07 (स्थानीय समय) पर आया. इस ट्वीट में कहा गया, “2079/09/13 NEMRC/DMG को 02:07 बजे बागलुंग जिले के खुंगा के आसपास 5.3 मिलीलीटर का भूकंप आया.”

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जानिए भूकंप क्यों आता है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से इन प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बन जाता है तो प्लेट्स टूट जाती हैं. इनके टूटने के चलते अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता ढूंढती है. इसी डिस्टरबेंस के बाद भूकंप आता है.

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भूकंप की अधिकतम तीव्रता तय नहीं हो पाई है, परंतु रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप को सूक्ष्म भूकंप कहते है जो ज्यादातर महसूस नहीं होता है. वहीं, 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता है.

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