दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के लोगों को हफ्ते में दूसरी बार भूकंप (Earthquake) के तेज झटकों का सामना करना पड़ा. शनिवार की शाम को भूकंप के तेज झटके महसूस हुए. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल पड़े. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस भूकंप के झटके उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी महसूस किए गए हैं. वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई की मानें तो नेपाल (Nepal) में लगभग 7:57 पर रिक्टर पैमाने पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आया.

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आजतक की रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बिजनौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसी के साथ उत्तराखंड में भी आज 2 बार लोगों ने भूकंप महसूस किया. इसी हफ्ते दिल्ली में पहले भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए थे.

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जानिए भूकंप क्यों आता है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से इन प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बन जाता है तो प्लेट्स टूट जाती हैं. इनके टूटने के चलते अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता ढूंढती है. इसी डिस्टरबेंस के बाद भूकंप आता है.

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भूकंप की अधिकतम तीव्रता तय नहीं हो पाई है, परंतु रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप को सूक्ष्म भूकंप कहते है जो ज्यादातर महसूस नहीं होता है. वहीं, 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता है.