लंबे समय के इंतजार के बाद भारतीय वायुसेना को राफेल विमान मिल रहा है. भारतीय वायुसेना को पांच राफेल लड़ाकू विमान मिल रहे हैं, जो कि आज भारत के अंबाला एयरबेस पर लैंड करेंगे. इन राफेल विमानों की खरीददारी को लेकर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता व मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राफेल की कीमत को लेकर मोदी सरकार से एक के बाद एक कई ट्वीट कर सवाल पूछे हैं.

दिग्विजय ने ट्वीट करके पूछा कि कांग्रेस सरकार ने एक राफेल की कीमत 746 करोड़ तय की थी, लेकिन संसद में और संसद के बाहर मांग के बावजूद एक राफेल कितने में खरीदा बताने से बच रहे हैं क्यों? उन्होंने ट्वीट में पीएम का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा.

वह आगे ट्वीट करते हैं कि आखिरकार राफेल आ ही गया. 126 राफेल खरीदने के लिए कांगेस के नेतृत्‍व में UPA ने 2012 में फैसला लिया था और इनमें 18 को छोड़कर बाकी का निर्माण भारत में होना था, यह आत्‍मनिर्भर भारत होने का प्रमाण था. उन्‍होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम इन प्रश्‍नों का उत्तर मांगते हैं तो मोदी जी की ट्रोल आर्मी और उनके ‘’ मीडिया एंकर हमें राष्‍ट्रद्रोही बताते हैं!! क्‍या प्रजातंत्रीय व्‍यवस्था में विपक्ष को प्रश्‍न पूछने का अधिकार नहीं है?

बता दें कि पांच राफेल विमानों का पहला बैच बुधवार यानी 29 जुलाई को अम्बाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर लैंड करेगा. ये विमान उसी समझौते का हिस्सा हैं, जिसके तहत भारत ने वायुसेना के लिए 36 राफेल विमान खरीदने के लिए चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था.