दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बच्चों के कोरोना रोधी टीकाकरण के लिए देश में फाइजर को खरीदने की मांग की है. उन्होंने यह मांग तब की जब इससे पहले अमेरिकी दवा कंपनी ने भारत में अपने टीकों को जल्द से जल्द मंजूरी दिए जाने की मांग की. वहीं, केजरीवाल के मांग को लेकर बीजेपी के ओर से कहा गया है कि वैक्सीन किसी काउंटर पर मिलने वाली पैरासिटामॉल की गोली नहीं है.

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ANI के मुताबिक, बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, अरविंद केजरीवाल और कुछ नेता जो रोज सवाल पूछ रहे हैं याद रखें कि ये वैक्सीन है काउंटर पर मिलने वाली कोई साधारण पैरासिटामॉल की गोली नहीं है कि आप गए उठाया और भारत लेकर चले आए. केंद्र सरकार ने भारत के अंदर वैक्सीन आए इसके लिए कानूनों को अप्रैल में आसान बनाया.

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उन्होंने आगे कहा, भारत बायोटेक का सिर्फ एक प्लांट था लेकिन आज भारत बायोटेक का 4 प्लांट है क्योंकि भारत सरकार ने वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए काम किया है. PSUs को भी उत्पादन बढ़ाने की अनुमति दे दी गई है और वे भी कोवैक्सीन के उत्पादन में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री आगामी महीनों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर का बच्चों पर असर पड़ने की विशेषज्ञों की आशंका का हवाला देते हुए टीकों के उचित विकल्प तलाशने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध करते रहे हैं.

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दिल्ली सरकार ने केंद्र को यह भी सुझाव दिया कि अगर वह 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा कराने का फैसला करती है तो छात्रों तथा शिक्षकों को टीके लगाए जाए.

फाइजर ने हाल ही में भारत सरकार के अधिकारियों के साथ बातचीत की थी. उसने जुलाई और अक्टूबर के बीच टीकों की पांच करोड़ खुराक देने की पेशकश की है.

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