इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी 40 साल की उम्र में भारत रत्न राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की कमान 1984 से 1989 तक संभाली. राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश को 21वीं सदी में ले जाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम भी उठाए. आज यानी 20 अगस्त को राजीव गांधी की 75वीं जयंती है. आज के दिन हम राजीव गांधी के जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें जानते हैं-

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  • राजीव गांधी का जन्म  20 अगस्त 1944 को उस वक्त के बंबई में हुआ था.
  • राजीव गांधी बचपन में बहुत ही इंट्रोवर्ट थे. जब उनके नाना पंडित जवाहरलाल नेहरू पहली बार उनसे मिलने स्कूल पहुंचे तो राजीव गांधी बाथरूम की बास्केट में छिप गए थे.
  • राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी राजीव गांधी को लाइमलाइट में आना पसंद नहीं था. वह एक सिंपल लाइफ चाहते थे.
  • राजीव गांधी को फ़ोटोग्राफ़ी और रेडियो सुनने का भी ख़ासा शौक़ था.
  • भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी राजनीति में कभी आना ही नहीं चाहते थे. वह एयरलाइंस में पायलट की नौकरी करते थे. वह अपने काम से बेहद खुश थे.
  • 30 अक्टूबर 1984 को जब उनकी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया.
  • जिसके बाद उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया और भारत की जनता ने भी उनकी तरह सहानुभूति दिखाई जिसके चलते उन्हें आज तक के भारतीय इतिहास की सबसे बड़ी जीत प्राप्त हुई थी. 1984 के लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को 542 में से कुल 401 सीट प्राप्त हुई थी.
  •  40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के युवा प्रधानमंत्री थे. वे भारत के नौवें प्रधानमंत्री बने.
  • राजीव का विवाह इटली की नागरिक एन्टोनिया मैनो से हुआ था, शादी के बाद उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया. उनके दो बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हैं.
  • राजीव गांधी को हिन्दुस्तानी शास्त्रीय और आधुनिक संगीत पसंद था.
  • राजीव गांधी को सुरक्षा में रहना ज्यादा रास नहीं आता था. वे अपनी जीप खुद ड्राइव करना पसंद करते थे.
  • ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ भारत का खेल जगत में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है.

बता दें, 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में चुनाव प्रचार के दौरान लिट्टे के आत्मघाती हमलावरों ने बम हमले में राजीव गांधी की हत्या कर दी थी. जिसके चलते 21 मई के दिन राजीव गांधी बलिदान दिवस को आतंकवाद वि‍‍रोधी दि‍वस के रूप में भी मनाया जाता है.

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