देशभर में दिवाली (Diwali) का त्योहार गुरुवार यानी 4 नवंबर 2021 मनाया जाएगा. वहीं, दिवाली पर बच्चों में पटाखे जलाने का काफी उत्साह होता है. लेकिन पटाखा खरीदने और जलाने से पहले आपको अपने शहर के बारे में जान लेना चाहिए की कही पटाखों पर बैन तो नहीं लगाया गया है. हालांकि, हमें पटाखा जलाने से परहेज ही करना चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार देश में इस वक्त प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. ऐसे में अगर पटाखे जलाए जाएंगे तो यह बहुत ज्यादा भयानक रूप ले सकता है. प्रदूषण को नियंत्रण में करना मुश्किल हो सकता है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश और कई राज्य सरकारों के प्रतिबंधों की वजह से पटाखे जलाने वालों को निराशा हो सकती है क्योंकि कई राज्यों में पटाखों की बिक्री पर और जलाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध है. हालांकि, कुछ जगहों पर छूट दी गई है.

यह भी पढ़ें: क्या है ‘Delhi Bazaar Portal’? केजरीवाल सरकार ने दिवाली पर दी खुशखबरी

कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां लोगों को सिर्फ 2 घंटे के लिए पटाखों को जलाने की अनुमति दी गई है. इसके अतिरिक्त कुछ राज्यों में लोग सिर्फ ग्रीन पटाखे ही जला पाएंगे. विशेषज्ञों के अनुसार पटाखे जलाने से प्रदूषण का स्तर काफी हद तक बढ़ जाएगा और बीमार व्यक्तियों को सांस लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. वही जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए भी यह समय काफी कठिन साबित होगा. इसके अलावा कोरोना के चलते भी कई लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो इन सब वजहो को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने और राज्यों ने प्रतिबंध लगाए हैं.

यह भी पढ़ें: दिवाली से पहले अयोध्या की इन 10 तस्वीरों में देखें दीपमहोत्सव की तैयारी, मंत्रमुग्ध हो जाएंगे

इन राज्यों में पूर्ण रूप से पटाखों पर प्रतिबंध

आपकी जानकारी के लिए बता दें सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया और पश्चिम बंगाल में ग्रीन पटाखों को जलाने की अनुमति दी. इस लिहाज से अब पश्चिम बंगाल में दिवाली के दिन पटाखों पर पूरी तरीके से बैन रहेगा. लोग सिर्फ ग्रीन क्रैकर्स ही जला पाएंगे. वही देश की राजधानी दिल्ली में भी 1 जनवरी 2022 तक पटाखे जलाने पर बैन लगाया गया है. अगर बात करें पंजाब की तो वहां भी पटाखों पर पूरी तरीके से बैन लगा हुआ है. ओडिशा सरकार ने भी पटाखों को बैन किया हुआ है. वही कर्नाटक राज्य ने भी प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखों पर बैन लगा दिया है. वहीं अगर बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां के एनसीआर में आने वाले शहरों में सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध है. बता दें कि मध्यप्रदेश राज्य ने 2 घंटे पटाखों को जलाने की अनुमति दी है.

यह भी पढ़ें: WhatsApp यूजर्स को दिवाली गिफ्ट! आ गए हैं 3 शानदार फीचर्स

इन राज्यों ने दी सिर्फ 2 घंटे पटाखे जलाने की अनुमति

राजस्थान में लोग दिवाली के दिन सिर्फ 2 घंटे ही पटाखे जला पाएंगे. वहीं मध्यप्रदेश ने भी 2 घंटे पटाखे जलाने की अनुमति दी है. अगर बात करें छत्तीसगढ़ की तो भूपेश बघेल सरकार ने 2 घंटे पटाखे जलाने की इजाजत लोगों को दी है.

इन राज्यों में फोड़े जाएंगे सिर्फ ग्रीन पटाखे

सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक ग्रीन पटाखों को जलाने की मंजूरी दी गई है. ग्रीन पटाखे बेरियम जैसे खतरनाक रसायन वाले पटाखों से कम प्रदूषण फैलाते हैं. बता दें कि कर्नाटक, यूपी, राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, पंजाब में लोग ग्रीन पटाखे जला सकेंगे. कोर्ट की गाइडलाइंस है कि सामान्य पटाखे खरीदना व जलाना नियमों का उल्लंघन होगा. जो भी व्यक्ति प्रदूषण फैलाते हैं, दूसरे व्यक्तियों को उन्हें समझाना चाहिए और उन को जागरूक करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: दिवाली पर 10 क्विंटल फूलों से सजा बद्रीनाथ मंदिर, देखें वीडियो

जानें कितना बढ़ता है प्रदूषण

साल 2020 में 14 नवंबर को दिवाली थी और 13 नवंबर को प्रदूषण का स्तर 339 था, उसके बाद दिवाली के दिन यह बढ़कर 414 हो गया और उसके बाद 15 तारीख को यह स्तर 435 पर पहुंच गया था. इसी तरह 2019 में 27 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार था और 26 अक्टूबर को प्रदूषण का स्तर 287 था और फिर 27 अक्टूबर को यह 337 हो गया और उसके बाद 28 अक्टूबर को यह 368 पर पहुंच गया था. वही बात करें 2018 की तो उस समय 7 नवंबर को दिवाली थी और 6 नवंबर को प्रदूषण का स्तर 338 दर्ज किया गया था, उसके बाद 7 तारीख को यह 281 हो गया और फिर अगले दिन यानी 8 नवंबर को इसका स्तर बढ़कर 390 तक पहुंच गया था.

यह भी पढ़ें: Diwali 2021: इन 4 बातों का ध्यान रखते हुए सुरक्षित मनाए दिवाली, कोरोना अभी गया नहीं है!