भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र से यह स्पष्ट हो गय है कि उनकी सरकार अल्पमत में है. पूनिया ने प्रदेश की जनता के नाम जारी तीन पन्ने के एक पत्र में यह बात कही है. इसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा आज प्रधानमंत्री को लिखे पत्र से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार अल्पमत में है और अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रही है.’’

उल्लेखनीय है कि गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में कांग्रेस की निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास हो रहा है और इस षड्यंत्र में केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी शामिल हैं. इसके बाद शाम को पूनियां की ओर से एक पत्र जारी किया गया.

इसमें राज्य में लगभग एक पखवाड़े से जारी राजनीतिक खींचतान का जिक्र करते हुए कहा गया है, ‘‘आप सब जानते हैं कि किसी तरह से इस अराजकता की दोषी कांग्रेस पार्टी खुद है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उनकी पार्टी के जिम्मेदार लोग बिना वजह भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं.’’पूनियां के अनुसार, ‘‘खुद की लड़ाई में सत्ता खोने के भय ने मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को विचलित कर दिया है.’’

भाजपा नेता के अनुसार कि मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार राजनीतिक नैतिकता और लोकतंत्र की दुहाई देते हैं.भारतीय जनता पार्टी पर प्रायोजित रूप से विधायकों की खरीद-फरोख्त का ना केवल आरोप लगाते हैं अपितु भाजपा के नेता नेताओं को षड्यंत्रपूर्वक बदनाम करने की साजिश भी रचते हैं जो पिछले दिनों की घटनाओं से साबित हो गया है.’