राजधानी दिल्ली के एक हिस्से में दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (MCD) ने बेतुका फरमान सुनाते हुए नवरात्रि में मीट की दुकानों को बंद करना का आदेश दिया है. इस आदेश को न मानने वालों से फाइन वसूला जाएगा. वहीं, दक्षिण दिल्ली एमसीडी के मेयर मुकेश सूर्यान ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से 9 दिनों तक शराब की बिक्री पर रोक लगाने का अनुरोध किया है. अब इस मामले में सियासी बवाल मच गया है. सोशल मीडिया पर नॉनवेज पर बहस छिड़ गई है.

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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विट कर इस मामले पर तंज किया. लिखा- रमजान के दौरान हम (मुसलमान) सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच नहीं खाते हैं. अगर इस दौरान हम सभी नॉन-मुस्लिम निवासियों और टूरिस्टों को पब्लिक में खाने से ही बैन कर दें. तो मेरे हिसाब से ये भी ठीक रहेगा. खासतौर से उन इलाकों में जहां मुसलमानों की आबादी ज्यादा है. अगर साउथ दिल्ली में बहुसंख्यकवाद सही है, तो जम्मू-कश्मीर में भी इसे सही माना जाना चाहिए.

वहीं, TMC की सांसद महुआ मोइत्रा भी इस बहस में शामिल हो गई. उन्होंने कहा, मैं साउथ दिल्ली में रहती हूं. संविधान मुझे मेरे मन के हिसाब से मीट खाने की इजाजत देती है और दुकानदारों को अपना कारोबार चलाने की आजादी देती है. फुल स्टॉप.

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आपको बता दें, दक्षिण दिल्ली एमसीडी के मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा था कि, नवरात्रि के समय दिल्ल के 99 प्रतिशत घरों में प्याज और लहसून भी नहीं खाया जाता है. ऐसे में हमने फैसला लिया है कि इस दौरान साउथ एमसीडी में कोई भी मीट शॉप खुले नहीं रहेंगे. इसका उल्लंघन करने पर फाइन भरना होगा. सीएम को भी कहा है कि वह नवरात्रि के दौरान शराब पर डिस्काउंट देना बंद करवा दें.

एमसीडी के इस बेतुके फरमान से कई नेता तंज कस रहे हैं. इस पर सोशल मीडिया पर बहस चल रही है.

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