कानपुर में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक सहित उत्तर प्रदेश पुलिस के कम से कम आठ कर्मियों की मौत हो गई. एक नागरिक समेत सात लोग घायल भी हैं. पुलिस के हवाले से शुक्रवार को यह जानकारी मिली. पुलिस अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची थी.

विकास दुबे के खिलाफ 60 आपराधिक मामले दर्ज थे

अधिकारियों ने बताया कि दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत दिकरू गांव में पुलिस का दल आदतन अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रहा था. उसी दौरान मुठभेड़ हो गई. दुबे के खिलाफ करीब 60 आपराधिक मामले चल रहे हैं. विकास दुबे वही अपराधी है, जिसने 2001 में राजनाथ सिंह सरकार में मंत्री का दर्जा पाए संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या की थी.

दो अपराधी भी मारे गए 

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार सुबह ‘भाषा’ को घटनास्थल से फोन पर बताया, ‘‘पुलिस और अपराधियों के बीच शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गये हैं. अभी तक उनकी पहचान नहीं हो पायी है. अपराधी मारे गए पुलिस कर्मियों के चार हथियार भी छीन ले गये थे, जिसमें से एक पिस्तौल मुठभेड़ में मारे गये एक अपराधी के पास से शुक्रवार सुबह बरामद हुई.”

अग्रवाल ने बताया कि बृहस्पतिवार रात हुई मुठभेड़ के बाद शुक्रवार सुबह एक बार फिर मुठभेड़ हुई.

उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्होंने बताया कि छह पुलिस कर्मी रात में घायल हुये थे. अब तक आठ पुलिसकर्मी घायल हुये हैं .

अपराधी को छापेमारी की भनक लग गई थी

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस का एक दल अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाला था. उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई जिसमें पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल मारे गए .उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस सी अवस्थी ने बताया कि कुख्यात अपराधी को छापेमारी की संभवत: भनक लग गई थी.

अवस्थी ने बताया कि दुबे और उसके साथियों ने अपने ठिकाने की ओर बढ़ रहे पुलिस कर्मियों को रोकने के लिए जेसीबी आदि लगा कर रास्ते को बाधित कर दिया था. पुलिस के दल को इसकी जानकारी नहीं थी. उन्होंने बताया कि रास्ता बाधित होने से पुलिस दल रुका और उसी दौरान अपराधियों ने एक इमारत की छत से अंधाधुंध गोलीबारी शुरु कर दी .

घटना की सूचना पा कर अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था), महानिरीक्षक (कानपुर) और कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए हैं . कानपुर की फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है, लखनऊ से भी एक टीम आएगी. डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल ( एसटीएफ ) को भी वहां भेजा गया है.

इन आठ पुलिसकर्मियों ने गंवाई जान 

कानपुर में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में जान गंवाने वाले आठ पुलिसकर्मी- सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा, एसओ महेश यादव, चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, सब-इंस्पेक्टर नेबुलाल, कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र और बबलू. 

सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में कर्तव्यपालन के दौरान जान गंवाने वाले आठ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की है. एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने तथा मौके से रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने बताया कि विकास दुबे कानपुर का शातिर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर है तथा उस पर 60 मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि कानपुर के ही राहुल तिवारी नाम के व्यक्ति ने इसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था.