केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को संसद में जानकारी दी कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने उत्तर प्रदेश सरकार को बताया है कि अयोध्या में हवाईअड्डे के निर्माण के लिए उसे पहले चरण में 478.1 एकड़ भूमि की जरूरत है.

पुरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया, ‘‘उत्तर प्रदेश ने सूचित किया है कि उन्होंने भूमि के अधिग्रहण के लिए अभी तक 525.92 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं.’’

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध पर एएआई की एक टीम ने दिसंबर 2019 में बड़े आकार के विमान के प्रचालन के लिए तथा हवाई अड्डे को और अधिक विकसित करने के क्रम में अध्ययन के लिए अयोध्या के मौजूदा हवाईअड्डे का दौरा किया.

पुरी ने बताया, ‘‘तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार अयोध्या में यात्री यातायात में अपेक्षित वृद्धि के अनुरूप हवाईअड्डे का विकास दो चरणों में किया जाना उपयुक्त है.’’

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन कर वहां राम मंदिर के निर्माण की आधारशीला रखी थी.

पुरी ने बताया, ‘‘एएआई ने पहले चरण में हवाईअड्डा निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को 478.1 एकड़ अपेक्षित भूमि का अनुमान लगाया है.’’

उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे की परियोजना आरंभ करने और पूरा करने की समय-सीमा कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे भूमि अधिग्रहण, अनिवार्य मंजूरी की उपलब्धता, वित्तीय समापन इत्यादि.