चिकनगुनिया (Chikungunya) एक तरह का वायरल फीवर है. जो कि मच्छरों के काटने से होता है.  चिकनगुनिया वायरस (Chikungunya Virus) इनफेक्टेड मच्छर जब किसी व्यक्ति को काट लेता है, तो वह व्यक्ति चिकनगुनिया से पीड़ित हो जाता है. चिकनगुनिया से पीड़ित होने पर अचानक बुखार और जोड़ों में दर्द की समस्या होना शुरू हो जाती है. इसके अलावा चिकनगुनिया में सिरदर्द मसल्स पेन और जोड़ों में सूजन के साथ ही शरीर पर लाल रंग के चकत्ते भी पड़ सकते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि चिकनगुनिया क्या है क्या है इसके लक्षण और कैसे हम इससे अपना बचाव कर सकते हैं.

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चिकनगुनिया के लक्षण

चिकनगुनिया वायरस की चपेट में आने से शरीर में कई तरह की दिक्कतें महसूस होना शुरू हो जाती हैं. जिनमें बुखार से लेकर जोड़ों में दर्द तक शामिल है. यह हफ्तों या फिर कई बार महीनों तक रह सकता है. चिकनगुनिया वायरस के लक्षण मच्छर जनित बीमारी डेंगू बुखार जैसी दूसरी बीमारियों के जैसे ही होते हैं. चिकनगुनिया के लक्षण मच्छर के काटने के 4-5 दिन बाद नजर आते हैं. जिनमें बुखार, जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, रैशेज, जोड़ों के आसपास सूजन और दर्द आदि.

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चिकनगुनिया का कारण

चिकनगुनिया वायरस संक्रमित मच्छर के काटने से व्यक्ति के शरीर में फैल जाता है. चिकनगुनिया से संक्रमित व्यक्ति किसी और व्यक्ति को सीधे संक्रमित नहीं कर सकता है. लेकिन अगर चिकनगुनिया से संक्रमित व्यक्ति को अगर मच्छर काट ले और वही मच्छर किसी और स्वस्थ व्यक्ति को काट ले, तो दूसरा व्यक्ति भी चिकनगुनिया का शिकार हो सकता है. इस तरह से चिकनगुनिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.

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चिकनगुनिया से बचाव के उपाय

फिलहाल वर्तमान समय में चिकनगुनिया से बचाव के लिए किसी भी तरह का टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए कुछ विशेष उपायों को अपनाकर चिकनगुनिया से अपना बचाव किया जा सकता है.

1- मच्छर बाहुल्य क्षेत्रों में जाने से बचना चाहिए.

2- मच्छरों से सुरक्षा करने वाला तेल या क्रीम का इस्तेमाल करें.

3- शरीर को पूरी तरह से ढंक कर रखें, ताकि मच्छरों से बचाव हो सके.

4- घर के अंदर समय समय पर मच्छर की दवा का छिड़काव करते रहें.

5- घर में कहीं पर भी पानी इकट्ठा ना होने दें.

6- दिन भर खूब सारा पानी पिएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें.

7- कोशिश भर में रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं.

8- घर के आसपास झाड़ झंखार इकट्ठा न होंने दें.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)