आज के समय टीवी (TV) देखना भला किसे पसंद नहीं होता. लोग मनोरंजन (entertainment) के लिए अधिक समय तक टीवी पर फिल्में, सीरियल्स या कुछ और देखना पसंद करते हैं. छोटे बच्चे भी खाना खाते वक्त या सोने से पहले टीवी देखना पसंद करते हैं. अत्यधिक टीवी देखने से हमारी आंखों और हृदय को नुकसान तो पहुंचता ही है. इससे शरीर में रक्त का थक्का बनने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है.

अगर बच्चे (children)अधिक टीवी देखते है तो उनका शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होने लगता है. इस आर्टिकल हम आपको बताएंगे कि बच्चों पर टीवी ज्यादा देखने के क्या-क्या नुकसान होते हैं और बच्चों को अधिक टीवी देखने से कैसे दूर रख सकते है.

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आँखों पर पड़ता है बुरा असर

कई बार ऐसा होता है. बच्चे अधिक समय तक टीवी देखते है जिससे उनकी आँखों और सिर में दर्द होने लगता है. इस दर्द के होने से बच्चों के शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है. टेलिविजन से निकलने वाला प्रकाश बच्चों के मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है और इससे सोने का समय प्रभावित हो सकता है.

बच्चों का आलसी होना

अधिक टीवी देखने से लोगों में बच्चों में बड़ों का सम्मान करने भावना भी कम होती है. इसके अलावा ज्यादा टीवी देखने से बच्चे आलसी हो जाते हैं और कोई काम भी नहीं करते.

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शैक्षिक समस्याएं

कई बार बच्चों के कमरे में में टीवी होने पर उनका पढ़ने में मन नहीं लगता है. वह पढ़ने से अधिक टीवी देखने पर ध्यान देते है. इससे बच्चे की शारीरिक और मानसिक शक्ति कमजोर होने लगती है.

हिंसा 

कई बार ऐसा होता है बच्चों की बात न मानने पर वे काफी उग्र हो जाते हैं और घर में किसी भी चीज को तोड़ने लगते है. क्योकिं टीवी पर दिखाए जानें वाले हिंसक शो, फिल्मों, संगीत औऱ वीडियो गेम की वजह से बच्चों के मन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है.

थकावट

अधिक समय तक टेलीविजन देखने से बच्चों में थकान आ जाती है. यह तथ्य प्रयोग सिद्ध है कि पढ़ाई और टेलीविजन देखना इन दोनों में टेलीविजन देखना अधिक थकावट पैदा करता है.

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मोटापा

अधिकतर बच्चे टीवी देखते समय खाना-पीना पसंद करते है. इस दौरान बच्चे कितनी रोटी खा जाते है उनको पता ही नहीं रहता कि कितना खाना खा लिया और इसी वजह से वह ज्यादा खाना खा लेते हैं. दरअसल हमारा पेट भरा है या नहीं, इस बात को हमारे मस्तिष्क भोजन शुरु करने के 20 मिनट बाद बता पाता है.धीरे-धीरे बच्चों का मोटापा बढ़ता जाता है जो उनके लिए काफी हानिकारक है.

बच्चों को ज्यादा टीवी देखने से कैसे रोकें

बच्चे माता-पिता के व्यवहार और आदतों को कॉपी करते हैं. इसलिए अगर आप वक़्त मिलते ही टीवी के सामने जम जाएंगे, तो वे भी वैसा ही करेंगे. टीवी पर आप जिस तरह के कार्यक्रम देखेंगे वे भी वैसे ही कार्यक्रम देखेंगे.

आप ऐसे टूल्स या गैजेट्स का प्रयोग करें जिसपर आप नियंत्रण रख सकते है और अवांछित कंटेंट को फिल्टर या ब्लॉक कर सकते हैं.

बच्चों को हर दिन कुछ वक़्त उनके लिए ज़रूर निकालें. कभी उन्हें पार्क, म्यूज़ियम, शॉपिंग पर लेकर जाएं, तो कभी किसी फ्रेंड या रिश्तेदार के घर पर लेकर जाएं.

बच्चों को सोने से पहले टीवी न देखने दें अगर टीवी देख ही रहा है, तो कम से कम कोई हॉरर फ़िल्म या डरावना कार्यक्रम न देखने दें.

टीवी देखने की जगह बच्चों का ध्यान अन्य गतिविधियों की ओर ले जाएं. जैसे मेमोरी गेम्स खेलना, इससे बच्चा कुछ क्रिएटिव चीजें करने की कोशिश करता है.

डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.

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