कौन बनेगा करोड़पति (Kaun Banega Crorepati) का 14वां सीजन 7 अगस्त 2022 से शुरू हो रहा है. आप इस क्विज आधारित रियलिटी शो को रात 9 बजे से सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर देख सकेंगे. फैंस के दिल में कौन बनेगा करोड़पति नहीं अपनी एक अलग पहचान बनाई है. लोग इस शो को अपने परिवार के साथ बैठकर देखना बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं. इस शो ने अनेक लोगों को करोड़पति और लखपति बनाया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केबीसी जूनियर (KBC Junior) में एक करोड़ जीतने वाले रवि सैनी (Ravi Saini) अब क्या करते हैं. चलिए आपको बताते हैं.

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नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कौन बनेगा करोड़पति जूनियर में एक करोड़ रुपये की राशि जीतने वाले रवि सैनी ने यूपीएससी (UPSC) की सिविल परीक्षा पास की और फिर वह आईपीएस (IPS) ऑफिसर बन गए.

बता दें कि रवि सैनी (Ravi Saini) पढ़ाई में शुरू से ही काफी होशियार थे और पापा की तरह ही कुछ करना चाहते थे. जब रवि सैनी कौन बनेगा करोड़पति जूनियर में हॉट सीट पर बैठे थे, उस समय वह दसवीं क्लास में थे. उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि केबीसी जूनियर में वह इसलिए आए क्योंकि वह अपना लक आजमाना चाहते थे और इसके अलावा वह बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) से भी मिलना चाहते थे. हालांकि इस छोटी सी उम्र में इस बड़ी सफलता ने रवि सैनी के आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम किया,

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रवि सैनी (Ravi Saini) स्कूल में तो अव्वल रहते ही थे. इसके बाद वह आईपीएस (IPS) बने और एक और मजेदार बात ये है कि उन्होंने एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई भी की. अपनी पूरी पढ़ाई के दौरान रवि सैनी टॉपर कहलाते रहे.

रवि सैनी (Ravi Saini) ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. इतना ही नहीं एमबीबीएस के बाद उन्होंने इंटर्नशिप भी की और फिर यूपीएससी की परीक्षा क्लियर की. उन्होंने बताया था कि उनके पापा नेवी में थे और उनसे ही प्रेरित होकर उन्होंने पुलिस फोर्स जॉइन करने का फैसला लिया.

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बता दें कि रवि सैनी (Ravi Saini) पहली बार साल 2012 में यूपीएससी की परीक्षा में बैठे बैठे थे, लेकिन वह मेन एग्जाम क्लियर करने में असफल रहे. इसके बाद उन्होंने साल 2013 में फिर कोशिश की और वह भारतीय डाक और दूरसंचार विभाग में अकाउंट्स एंड फाइनेंस सर्विस के लिए सिलेक्ट हो गए थे. इसके बाद उन्होंने 2014 में फिर कोशिश की और उन्होंने आईपीएस के लिए क्वालिफाई कर लिया और ऑल इंडिया रैंक 461 हासिल की.