Anant Chaturdashi 2023 Date: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद माह छठवां माह होता है. इस महीने भी बहुत सारे व्रत-त्योहार पड़ते हैं जिनका महत्व बहुत पताए गए हैं. उनमें से एक है अनंत चतुर्दशी जो भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. अनंत चतुर्दशी की पूजा भगवान विष्णु को समर्पित होता है और अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गणपति विसर्जन भी होता है और इसी दिन अनंत चतुर्दशी की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में इस व्रत का महत्व काफी बताया गया है. इस साल अनंत चतुर्दशी किस तारीख को पड़ रहा है, इसका शुभ मुहूर्त क्या है, चलिए आपको इसका विस्तार बताते हैं.

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कब है अनंत चतुर्दशी? (Anant Chaturdashi 2023 Date)

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को सृष्टि का संचालक माना जाता है और भगवान गणेश को सर्वप्रथम पूजन का वरदान मिला है. ऐसे में जिस दिन गणपति को विसर्जित किया जाता है उसी दिन अनंत चतुर्दशी की की पूजा होती है. इस साल 28 सितंबर 2023 दिन गुरुवार को अनंत चतुर्दशी मनाई जाएगी. भगवान विष्णु का विशेष दिन गुरुवार का होता है और इसी दिन अनंत चतुर्दशी का पड़ना बहुत गी शुभ होगा. अनंत चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 27 सितंबर 2023 की रात 10.18 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 28 सितंबर 2023 की शाम 6.49 बजे होगी. अंत चतुर्दशी की पूजा सुबह 6.12 बजे से शाम 6.49 बजे तक हो सकती है यही इस पूजा का शुभ मुहूर्त है. अनंत चतुर्दशी की पूजा करने से पहले निर्जला व्रत रखना होता है और इसके बाद जब पूजा हो जाए तो सबसे पहले प्रसाद ग्रहण करें और सूर्यास्त के बाद कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए.

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अनंत चतुर्दशी का महत्व (Anant Chaturdashi Importance in Hindi)

भगवान विष्णु का स्वरूप अनंत चतुर्दशी का व्रत हिंदू धर्म में लोगों को करना चाहिए. इस दिन किए हुए पूजा-पाठ का विशेष असर आपके जीवन में भगवान विष्णु की कृपा से होता है. श्रीहरि आपके इस व्रत का अनंत फल प्रदान करते हैं. अगर आप श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें धन-संपत्ति, संतान समेत सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस पूजा में अनंत चतुर्दशी व्रत कथा (Anant Chaturdashi Vrat Katha) करें और पूजा को विधिवत संपन्न करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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