भारत इस साल 15 अगस्त को अपना 75वां स्वतंत्रता
दिवस (Independence Day) मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. सरकार ने आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव’ शुरू किया
है, जो अपने लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को बता रहा है.
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‘हर घर तिरंगा’ अभियान भी आजादी का अमृत महोत्सव का एक हिस्सा है. इसका उद्देश्य लोगों को
भारतीय ध्वज को घर लाने और फहराने के लिए प्रोत्साहित करना है. इस दौरान लोग आजादी पर भाषण देते हैं. स्कूलों में भी बच्चों को भाषण देने
के लिए बुलाया जाता है और जहां भी झंडा फहराया जाता है लोग भाषण देते हैं. तो अगर
आप अपने लिए स्पीच तैयार करना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं.
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स्वतंत्रता
दिवस 2022: भाषण के लिए टिप्स
स्वतंत्रता
दिवस के भाषण को छोटा और रोचक रखना
सुनिश्चित करें क्योंकि बच्चे लंबे समय तक याद नहीं रख पाएंगे.
भाषण को सरल
रखें ताकि बच्चों को इसे सीखने में आसानी हो. अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण को
कठोर शब्दों और बहुत सारे भ्रमित करने वाले तथ्यों से एक साथ न भरें.
अपने भाषण
को तैयार करने के लिए शोध करने के लिए पर्याप्त समय लें, भाषण में शामिल सभी तथ्यों को
क्रॉस-चेक करना सुनिश्चित करें ताकि इसे त्रुटि मुक्त बनाया जा सके.
प्रतियोगिता
के दिन से पहले कई बार भाषण का अभ्यास करें
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स्वतंत्रता
दिवस 2022: भाषण के लिए रोचक तथ्य
यहां कुछ
रोचक तथ्य दिए गए हैं जिन्हें आप अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में शामिल कर सकते
हैं:
15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली.
हम भारत की
आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं.
भारत के
पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
यह एक परंपरा बन गई है जिसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं.
भीमराव
अम्बेडकर, जो भारत के पहले
कानून और न्याय मंत्री थे, भारत के संविधान के मुख्य वास्तुकार थे.
भारत का
राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ मूल रूप से रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली में ‘भारतो भाग्य बिधाता’ के रूप में रचा गया था.