केंद्र सरकार ने 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों को बड़ी सौगात दी है. केंद्रीय कर्चारियों को महंगाई भत्ता (DA) 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया है. वहीं, पेंशनधारियों के लिए डियरनेस रिलीफ (DR) की बहाली करने का भी फैसला लिया गा है. ये 1 जुलाई 2021 से लागू किया जाएगा.

सरकार ने कोरोन काल में 18 महीनों से DA को फ्रीज कर दिया था लेकिन अब इस पर रोक हटा दी गई है. इसके साथ ही कर्मचारियों के डीए में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. ऐसे में अब सितंबर की सैलरी में DA का भुगतान 28 फीसदी की दर से होगा और दो महीने का एरियर (जुलाई, अगस्त) भी दिया जाएगा.

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DA बढ़ने के बाद सैलरी का गणित

केंद्रीय कर्मचारी अपनी बेसिक पे और ग्रेड के हिसाब से सैलरी में इजाफे का अंदाजा लगा सकते हैं. DA बेसिक सैलरी पर कैलकुलेट किया जाता है. अगर किसी की सैलरी 30000 रुपये हैं तो 11 फीसदी के हिसाब से महीने में उसके 3300 रुपये बढ़ेंगे.

ऐसे भी समझिए

Level 1 बेसिक सैलरी= 18,000 रुपए

18 हजार का 28% महंगाई भत्ता = 5,040 रुपए महीना

सालाना महंगाई भत्ता= 60,480 रुपए

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क्यों मिलता है DA

केंद्रीय कर्मचारी व पेंशनधारक पर लगातार बढ़ती महंगाई का बोझ ना पड़े, इसके लिए महंगाई भत्ता दिया जाता है. आम तौर पर यह एक साल में दो बार (जनवरी से जून तक और फिर जुलाई से दिसंबर तक) दिया जाता है. केंद्र सरकार महंगाई भत्ता छह महीने के महंगाई का औसत अनुमान पर तय करती है. 

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