Paush Amavasya 2022: हिंदू (Hindu) धर्म में पौष माह का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस माह में पड़ने वाले त्योहार (Festival) और व्रत अधिक खास होते हैं. इस माह को लघु पितृ पक्ष के रूप में भी जाना जाता है. दरअसल पौष के माह में स्नान, दान, श्राद्ध कर्म और पितरों के निमित्त तर्पण किए जाते हैं. यही कारण है कि अमावस्या की तिथि को तर्पण काम और श्राद्ध के लिए उत्तम मानी गई है. पंचांग के मुताबिक, पौष मास की अमावस्या तिथि इस बार 23 दिसंबर को पड़ रही है. हिंदू धर्म (Religion) में अमावस्या के दिन कुछ कार्यो को करने की मनाही है. अगर जो इंसान को इन काम को करता है उसे जीवन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आइए बताते हैं वो कौन से काम है, जिनको अमावस्या के दिन नहीं करने चाहिए.

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1. तुलसी-बेलपत्र न तोड़ें

माह में कुछ विशेष तिथियां होती है, जिनमे बेलपत्र और तुलसी को तोड़ने की मनाही होती है. वरना पाप के भागी बनते हैं. अमावस्या तिथि भी उन्हीं में से एक है. इस दिन तुलसी के पत्ते और भगवान शिव पर अर्पित किए जाने वाले बिल्व पत्र को एक दिन पहले ही तोड़ कर रख लें.

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2. दूसरों के घर भोजन न करें

अमावस्या के दिन आप किसी दूसरे के घर पर भोजन न करें. कहा जाता है कि ऐसा करने से पुण्यह्रास होता है. इसके अलावा इस दिन भूलकर भी किसी से भोजन सामग्री उधार न लें और अमावस्या पर मांस, मदिरा और तमासिक भोजन करने से बचना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में कई परेशानियां आ सकती है.

3. आवश्यक है ब्रह्मचर्य का पालन

आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अमावस्या के दिन घर में क्लेश न करें. इस दिन पति और पत्नी को संबंध बनाने से बचना चाहिए. ब्रह्मचर्य और सदाचरण का पालन जरूर करें. अमावस्या की तिथि पर हिंसा क्रोध, अनैतिक कार्य को करने की मनाही है. कहा जाता है कि ऐसा करने से पितृगण की कृपा प्राप्त नहीं होती है.

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4.पेड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाएं

इसके अलावा अमावस्या के दिन बरगद, बबूल, पीपल, नीम, आंवले के पेड़ को नुकसान भूलकर भी न पहुंचाएं. हिंदू धर्म में ये पेड़ पूजनीय माने गए हैं. इसीलिए इन्हे क्षति पहुंचाने से इंसान पर पितृ दोष लगता है और भगवान विष्णु के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)