Lalita Panchami 2022: अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ललिता पंचमी व्रत रखा जाएगा. इस दिन मां दुर्गा के पांचवे रूप मां स्कंदमाता की आराधना के साथ देवी सती के रूप मां ललिता (Lalita Panchami) की पूजा (Puja) की जाती है. इस बार अश्विन महीने की ललिता पंचमी व्रत 30 सितंबर 2022 (Lalita Panchami 2022 Date) को रखा जाएगा. हिन्दू (Hindu) मान्यता के अनुसार, इस दिन माता ललिता (Lalita Panchami Vrat) की विधि-पूर्वक पूजा करने से इंसान को दुःख-दर्द से छुटकारा मिलता है और जीवन खुशियों से भर जाता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे ललिता पंचमी पूजा मुहूर्त और व्रत के महत्व के बारे में.

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ललिता पंचमी 2022

हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 30 सितंबर 2022 सुबह 12 बजकर 08 मिनट से उसी दिन रात में 10 बजकर 34 मिनट तक रहेगी.

अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 53 – दोपहर 12 बजकर 41 (30 सितंबर 2022)

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ललिता पंचमी व्रत महत्व

मान्यता है कि ललिता पंचमी का व्रत करने इंसान को सारे भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. इस व्रत का प्रभाव से इंसान को समस्त कष्टों से निजात मिलती है. ललिता पंचमी व्रत के दिन ललितासहस्त्रनाम या फिर ललितात्रिशती का पाठ करना उत्तम माना जाता है.

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ललिता पंचमी व्रत कथा

पिता दक्ष द्वारा भगवान शिवा जी का अपमान सहन नहीं कर पाने पर देवी सती ने यज्ञ में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए थे. फिर इसके बाद भोलेनाथ ने उनकी देह को उठाए घूम रहे थे. इस दौरान चारों तरफ हाहाकार मच गया था. भगवान शिव का मोह भंग करने के लिए श्रीहरि विष्णु ने सुदर्शन चक्र से देवी सती के शरीर को अलग कर दिया था. उसी समय भगवान शिव जी ने उन्हें अपने हृदय में धारण किया. इसी वजह से ये ललिता कहलाईं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)