Kartik Purnima: कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) 8 नवंबर 2022 को पड़ रही है. ये पूर्णिमा हर साल कार्तिक पक्ष की शुक्ल पक्ष की तिथि को पड़ती है, इसलिए इसे कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) की पूजा की जाती है. इस दिन स्नान और दान का भी विशेष महत्व माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन वैसे तो गंगा स्नान करने का महत्व माना जाता है लेकिन लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से पास वाली पवित्र नदी में भी स्नान करते हैं.

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आइए जानते हैं कि इस दिन स्नान का क्या महत्व होता है, क्यों लोग इस दिन गंगा स्नान करने के लिए जाते हैं.

क्या है गंगा स्नान का महत्व

कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का महत्व माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था और विष्णु जी ने मत्स्य अवतार भी लिया था. इसके अलावा इसी दिन गुरु नानक देव का जन्म भी हुआ था. ऐसे में इस दिन को प्रकाश और गुरु पर्व के रूप में भी मनाया जाता है. माना जाता है कि इस दिन दीप दान और गौ दान करना चाहिए. कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दीपदान करने का विशेष महत्व होता है. इस दिन दान करने से सभी अज्ञात ग्रहों की समस्या को दूर किया जा सकता है.

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कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि

– कार्तिक पूर्णिमा पर अपनी क्षमता और आवश्यकतानुसार दान करें.

– इस दिन लोग जल-फल ग्रहण करके दिन भर उपवास भी रखते हैं.

 – रात के समय चन्द्रमा का दर्शन करें, फिर देवताओं के नाम का दीप दान करें.

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– माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु और भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं साथ ही अपने भक्तों पर वो असीम कृपा बनाए रखते हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.